पहली बार PM मोदी ने मुसलमानों को दी सलाह; काशी का जिक्र आते ही निकले आंसू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक इंटरव्यू के दौरान काशी का जिक्र करते हुए भावुक हो गए. इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने मुसलमानों को लेकर भी पहली बार सलाह दी है. पढ़िए उन्होंने क्या कहा.
PM Narendra Modi Interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की है. इस दौरान उनसे मुसलमानों को लेकर भी कई सवाल किए गए. जिसके जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं पहली बार मुसलमानों से मुसलमानों से आत्ममंथन करने की अपील कर रहा है. पीएम ने आगे कहा कि हम इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ नहीं हैं. वे (विपक्षी) हमें हमेशा मुस्लिम विरोधी कहकर गाली देते रहे हैं.
आत्ममंथन करें मुसलमान:
पीएम ने आगे कहा कि वे हमें मुस्लिम विरोधी कहकर बदनाम करेंगे और फिर दावा करेंगे कि वे मुसलमानों के दोस्त हैं. इससे उन्हें फायदा हुआ. इसीलिए उन्होंने ये डर का माहौल बनाया. ये लोग डर फैलाकर फायदा उठा रहे थे लेकिन मुस्लिम समाज अब जागरूक हो गया है. पीएम ने मुस्लिम समाज के लोगों से पहली बार आत्ममंथन करने की अपील करते हुए कहा कि आप यह सोचते रहेंगे कि सत्ता में किसे बिठाएंगे और किसे उतारेंगे, तो उसमें आप अपने बच्चों का भविष्य ही खराब करेंगे.
मुस्लिम समाज बदल रहा है:
पीएम ने कहा कि मैं मुस्लिम साज के पढ़े लिखे लोगों लेकर कहता हूं कि आप लोग आत्ममंथन करिए. देश इतना आगे बढ़ रहा है. अगर कमी आपके समाज में महसूस होती है तो क्या कारण है. सरकार की व्यवस्थाओं का फायदा कांग्रेस के जमाने में आपको क्यों नहीं मिला. पीएम ने कहा कि आपके मन में जो ये है कि आप सत्ता में बिठाएंगे या उतारेंगे, इसमें आप अपने बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हैं. मुस्लिम समाज दुनिया में बदल रहा है.
EVM को लेकर क्या बोले?
इसेक अलावा पीएम मोदी से सवाल किया गया कि जो लोग पकड़े जा रहे हैं उनमें कांग्रेस को लोग होते हैं? जवाब में पीएम ने कहा कि ये लोग आत्मविश्वास खो चुके हैं. जनता के साथ इनका कोई रिश्ता नहीं होता है. किसी भी निर्णय पर हर तरह के झूठ फैलाएंगे. ये लोग झूठ फैलाकर कंफ्यूजन पैदा कर रहे हैं. अब ये लोग पूरी तरह फर्जी बातों पर ही निर्भर हैं. पीएम ने कहा कि लोग मुझे कहते हैं कि मोदी जी इतनी मेहनत क्यों करते हो? कभी तो सोचो कि ईवीएम मेरे हाथ में होती तो क्या मुझे इतनी मेहनत करने की जरूरत होती?
भावुक हुए पीएम मोदी:
इसी इंटरव्यू में एक मौका ऐसा भी आया जब पीएम नरेंद्र मोदी भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि मैं जब 2014 में काशी गया तो नामांकन के बाद मीडिया के लोगों ने मुझे पकड़ा. अचानक आए मीडियाकर्मियों को जवाब में मैंने कहा कि ना तो मैं यहां आया हूं, ना मुझे किसी ने भेजा है, मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है. लेकिन आज 10 साल के बाद मैं पूरी भावुकता के साथ कह सकता हूं कि मां गंगा ने मुझे गोद लिया है. पीएम ने कहा कि प्रक्रिया के मुताबिक नामांकन भरेंगे, लोगों से आशीर्वाद भी लेंगे लेकिन ये रिश्ता जनप्रतिनिधी वाला नहीं है ये रिश्ता किसी और ही अनुभूति का है जो मैं महसूस करता हूं.