राजनीतिक वनवास खत्म! दिल्ली में 27 साल बाद सरकार बनाएगी बीजेपी
दिल्ली की सभी 70 सीटों की तस्वीर धीरे-धीरे साफ होती जा रही है. अब हार-जीत के नतीजे भी सामने आने लगे हैं. नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल और जंगपुरा से मनीष सिसोदिया चुनाव हार चुके हैं. आप के लिए राहत की बात बस इतनी है कि मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी सी चुनाव जीत गई हैं.

दिल्ली में सीटों के रुझान अब चुनावी नतीजों में तब्दील होने लगे हैं. दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का राजनीतिक वनवास खत्म होने जा रहा है. बीजेपी राजधानी में 27 साल बाद सरकार बनाने जा रही है. चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक, बीजेपी चार सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है, जबकि 44 सीटों पर आगे चल रही है. कुल मिलाकर बीजेपी के खाते में 48 सीटें आती दिख रही हैं. वहीं आम आदमी पार्टी तीन सीटें जीत चुकी है और 19 सीटों पर आगे है. 70 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 36 है.
दिल्ली की सभी 70 सीटों की तस्वीर धीरे-धीरे साफ होती जा रही है. अब हार-जीत के नतीजे भी सामने आने लगे हैं. नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल और जंगपुरा से मनीष सिसोदिया चुनाव हार चुके हैं. आप के लिए राहत की बात बस इतनी है कि मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी सी चुनाव जीत गई हैं. अब तक के नतीजों को देखें तो भाजपा 48 सीटों पर आगे है, जबकि आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है.
BJP दफ्तर में जश्न का माहौल
भाजपा दफ्तर में अब जश्न की तैयारी हो रही है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम पांच बजे के करीब भाजपा दफ्तर जाएंगे और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. इस बीच प्रवेश वर्मा गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे हैं.
कांग्रेस फिर खाली हाथ
दिल्ली में कांग्रेस एक बार फिर खाली हाथ रह गई. इस बार उसने आम आदमी पार्टी से अलग होकर चुनाव लड़ा था. मगर यह फायदे का सौदा साबित नहीं हो पाया. कांग्रेस की बुरी हार हुई है. कांग्रेस का अब तक खाता तक नहीं खुला है. यह तब है जब खुद राहुल गांधी कमान संभाल रहे थे और चुनावी मैदान में रैली करने उतरे थे.
दिल्ली में इस बार बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं दिया था. इससे पहले 2020 में भी बीजेपी बगैर सीएम फेस के चुनावी मैदान में उतरी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर बीजेपी ने चुनाव में उतरने का फैसला किया.