दिल्ली की राजनीति में बड़ा ट्विस्ट!आतिशी के भविष्य पर बड़ा सवाल, मानहानि केस में 19 फरवरी को सुनवाई
चुनाव नतीजे आने से पहले ही मुख्यमंत्री आतिशी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने उनके खिलाफ मानहानि का केस दायर किया है, जिसकी सुनवाई 19 फरवरी को होगी. मामला एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से जुड़ा है, जहां 'आप' नेताओं पर दीक्षित की छवि खराब करने के आरोप लगे हैं. अब सवाल ये है कि चुनावी नतीजों के बाद आतिशी का सियासी भविष्य क्या होगा? और क्या उन्हें इस कानूनी लड़ाई में राहत मिलेगी या मुश्किलें और बढ़ेंगी? जानिए पूरा मामला विस्तार से!

New Delhi: दिल्ली की राजनीति इन दिनों जबरदस्त उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है. एक तरफ विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतजार है, तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री आतिशी के लिए कानूनी मोर्चे पर भी मुश्किलें खड़ी हो रही हैं. कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित की मानहानि याचिका पर 19 फरवरी को अदालत में सुनवाई होनी है. इस मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह भी फंसे हुए हैं. अदालत ने पहले 16 जनवरी को दोनों नेताओं को नोटिस जारी किया था और अब 19 फरवरी को इस पर सुनवाई होगी.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह विवाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से शुरू हुआ, जिसमें आतिशी और संजय सिंह ने कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित पर गंभीर आरोप लगाए थे. उनका दावा था कि दीक्षित ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से करोड़ों रुपये लिए हैं और कांग्रेस व भाजपा मिलकर ‘आप’ को हराने की साजिश रच रहे हैं. इस बयान के बाद संदीप दीक्षित ने दोनों नेताओं के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज करवा दिया.
Sandeep Dikshit vs Delhi CM Atishi defamation complaint | The Rouse Avenue Court adjourned the matter at the request of counsel for proposed accused.
— ANI (@ANI) February 6, 2025
Matter is listed on February 19 for hearing.
कोर्ट ने दी थी नोटिस, अब 19 फरवरी को सुनवाई
राउज एवेन्यू कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी थी, लेकिन प्रस्तावित आरोपी के वकील के अनुरोध पर इसे टाल दिया गया. अब अदालत 19 फरवरी को इस पर चर्चा करेगी. कांग्रेस नेता दीक्षित का आरोप है कि आप नेताओं ने उनकी छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने की कोशिश की.
चुनाव नतीजे भी तय करेंगे आतिशी का भविष्य
दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुके हैं और अब 8 फरवरी को नतीजे आने वाले हैं. ऐसे में आतिशी के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं. अगर 'आप' की सरकार फिर से बनती है, तो आतिशी के लिए राह थोड़ी आसान हो सकती है, लेकिन अगर परिणाम उनके खिलाफ जाते हैं, तो कानूनी मामलों के साथ-साथ सियासी चुनौतियां भी बढ़ सकती हैं.
संदीप दीक्षित बनाम आतिशी: सियासी लड़ाई या कानूनी जंग?
दिल्ली की राजनीति में यह मामला सियासी लड़ाई से ज्यादा कानूनी जंग का रूप ले चुका है. कांग्रेस और 'आप' के बीच पहले से ही तल्खी बनी हुई है, और यह मुकदमा दोनों दलों की तनातनी को और ज्यादा बढ़ा सकता है. खासकर तब, जब दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर भाजपा के साथ सांठगांठ करने का आरोप लगा रही हैं.
अब देखना दिलचस्प होगा कि 8 फरवरी को चुनावी नतीजे क्या कहते हैं और 19 फरवरी को अदालत में क्या फैसला आता है. क्या आतिशी और संजय सिंह को इस केस में राहत मिलेगी, या फिर उनकी मुश्किलें और बढ़ेंगी? यह सवाल फिलहाल दिल्ली की राजनीति में चर्चा का बड़ा मुद्दा बना हुआ है.