दयानिधि मारन के बयान पर गरमाई सियासत, बीजेपी नेता अन्नामलाई ने 2020 के स्क्रीनशॉट शेयर कर पूछा सवाल
DMK नेता दयानिधि मारन ने बीते दिन शनिवार यानी 23 दिसंबर को यूपी - बिहार के लोगों पर हिंदी भाषा को लेकर एक टिप्पाणी की गई थी जो की अब पूरे देश में विवाद का मसला खड़ा हो गया है.
Dayanidhi Maran: DMK नेता दयानिधि मारन ने बीते दिन शनिवार यानी 23 दिसंबर को यूपी - बिहार के लोगों पर हिंदी भाषा को लेकर एक टिप्पाणी की गई थी जो की अब पूरे देश में विवाद का मसला खड़ा हो गया है. अब इस पर DMK की प्रतिक्रिया सामने आई है. इस पर वीडियो के सामने आने के पर DMK ने इसे पुराना वीडियो बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की है तो तमिलनाडु के भाजपा के चीफ के अन्नामलाई ने इस पर पलटवार किया है.
के अन्नामलाई ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि, इसके जरिए अन्नामलाई ने बताया कि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के नेता आज से नहीं, बल्कि पहले से ही यूपी-बिहार राज्य से संबंध रखने वाले लोगों को अपमानित करते रहे हैं. उन पर अपमानजनक टिप्पणियां करते रहे हैं.
डीएमके सांसद द्वारा यूपी और बिहार में हमारे दोस्तों की बदनामी के इस वीडियो पर डीएमके की ओर से एकमात्र प्रतिक्रिया यह है कि यह वीडियो पुराना है. यह कैसे बदलता है जबकि विभाजनकारी सिद्धांतों पर बनी पार्टी द्रमुक आज भी ऐसी भाषा का उपयोग कर रही है? हाल ही में, संसद के पटल पर, एक DMK सांसद ने उत्तरी राज्यों को गौमूत्र राज्य कहा; DMK में क्या बदलाव आया है? डीएमके आईटी विंग में डिमविट्स आज भी इस भाषा का उपयोग कर रहे हैं और उन्हें एक मंत्री द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है जो इन दुर्व्यवहारियों का नेतृत्व कर रहे हैं.
The only response from DMK to this video of DMK MP’s slander of our friends in UP & Bihar is that this video is old.
— K.Annamalai (@annamalai_k) December 24, 2023
How does it change while DMK, a party built on divisive principles, continues to use such language even today?
Recently, on the floor of the Parliament, a DMK… https://t.co/O86HIDjicN pic.twitter.com/hwSXUCdP28
I.N.D.I गठबंधन के नेता और DMK सांसद दयानिधि मारन का कहना है कि यूपी और बिहार से हिंदी भाषी तमिलनाडु में आते हैं और शौचालय साफ करते हैं. राहुल गांधी और नीतीश कुमार को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या कांग्रेस और जेडीयू की भी यही स्थिति है. I.N.D.I गठबंधन का विभाजनकारी एजेंडा पूरी ताकत से सामने आ गया है.