Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने चंद्रबाबू नायडू से की मुलाकात, आंध्र प्रदेश की राजनीति में क्यों मची हलचल?
Prashant Kishor: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने विजयवाड़ा में टीडीपी सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की. जिसके बाद से आंध्र प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई, जिससे अटकलें तेज हो गईं. प्रशांत किशोर ने इस मुलाकात को "शिष्टाचार" बताया.
Prashant Kishor Meet Chandrababu Naidu: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के विजयवाड़ा हवाई अड्डे पर तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के महासचिव नारा लोकेश के साथ पहुंचने से शनिवार को आंध्र प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई, जिससे अटकलें तेज हो गईं. प्रशांत किशोर ने टीडीपी सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की और इस मुलाकात को उन्होंने "शिष्टाचार" बताया. जिस कंसल्टेंसी फर्म आई-पैक के साथ प्रशांत किशोर पहले जुड़े थे, वर्तमान में वह आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए नायडू के प्रतिद्वंद्वी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी के लिए चुनावी रणनीतिकार के रूप में सेवा दे रही है.
प्रशांत किशोर के इस यात्रा पर वाईएसआरसीपी की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. वर्तमान में, टीडीपी को एक कंपनी शोटाइम कंसल्टिंग द्वारा राजनीतिक सलाह दी जा रही है, जो किशोर के पूर्व सहयोगियों रॉबिन शर्मा और शांतनु सिंह द्वारा संचालित की जा रही है.
टीडीपी के लिए चुनावी रणनीति बनाने का आरोप
सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर ने टीडीपी की चुनावी किस्मत को पुनर्जीवित करने के अपने प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए चंद्रबाबू नायडू से संपर्क किया है. साल 2019 में हुए विधानसभा और लोकसभा चुनावों में राज्य के भीतर टीडीपी का सफाया हो गया, पार्टी ने 175 विधानसभा सीटों में से केवल 24 और 25 लोकसभा सीटों में से केवल दो सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई.
शोटाइम कंसल्टिंग के एक सहयोगी ने कहा, “हम बोर्ड पर उनकी विशेषज्ञता चाहते थे. हम टीडीपी के अभियान के साथ अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन अभियान के आखिरी चरण में एक बदलाव करने की कोशिश कर रहे हैं और उनका अनुभव हमें काफी मदद करेगा. एक अन्य सहयोगी ने कहा कि लोकेश की "युवा गलम" पदयात्रा किशोर के दिमाग की उपज थी.
किशोर के आने से पार्टी की संभानाएं बढ़ेंगी
प्रशांत किशोर और चंद्रबाबू नायडू के बीच हुई मुलाताकात को लेकर तेलगु देशम पार्टी के एक नेता ने कहा, किशोर के शामिल होने से पार्टी की संभावनाएं बढ़ेंगी. “राजनीतिक परामर्श में उनके विशाल अनुभव के अलावा, सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि किशोर वाईएसआरसीपी की कार्यप्रणाली को अच्छी तरह से जानते हैं. किशोर ने 2019 के चुनावों में जगन के अभियान को संचालित किया था.