Prashant Kishor : देश में अगले कुछ महीनों में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर राजनीतिक दल गठबंधन की जुगत में जुट गए हैं. बीजेपी इस बार के लोकसभा चुनाव में अकेल 370 सीटें और एनडीए 400 सीटें जीतने का दावा कर रही है. इस बीच राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा दावा किया है. प्रशांत किशोर का दावा है कि भाजपा को आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में अकेले 370 सीटें मिलेंगी।
टाइन्स नाऊ, न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी को अकेले 370 लोकसभा सीटें मिलने की संभावना शून्य के बराबर है. अगर ऐसा हुआ तो मुझे बहुत आश्चर्य होगा. प्रशांत किशोर ने आगामी चुनाव 2024 को लेकर भविष्यवाणी की. कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में इस संख्या के बारे में बात की है, लेकिन मुझे लगता है कि यह सिर्फ भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए एक लक्ष्य है, संभावना नहीं."
पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 के संदर्भ में पहली बार संसद में बीजेपी के लिए 370 सीटें के आकड़े की बात कही थी. जम्मू- कश्मीर से धारा 370 को बीजेपी सरकार 2.0 ने खत्म कर दिया था. पीएम मोदी था कि विपक्ष भी अबकी बार बीजेपी 370 पार और एनडीए 400 पार कहने लगा है. प्रशांत किशोर ने अपने साक्षात्कार में कहा कि बंगाल में बीजेपी अबकी बार लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है. वहीं तमिलनाडु में बीजेपी पहली बार दोहरे अंक में पहुंच सकती है. तेलंगाना में भी बीजेपी अच्छा प्रदर्शन करेगी."
प्रशांत किशोर ने कहा, "संदेशखाली जैसे मुद्दे सत्ताधारी पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए बाध्य हैं, लेकिन संदेशखाली के साथ या उसके बिना, भाजपा बंगाल में बढ़ रही है. बंगाल में 2024 का चुनाव परिणाम दिल्ली में कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात होगी, जो सोचते हैं कि भाजपा बंगाल में समाप्त हो गई है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर बीजेपी 2024 का चुनाव जीतती है तो देश की लोकतांत्रिक संस्थाएं कमजोर हो जाएंगी. प्रशांत किशोर ने इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा, जब भी कोई व्यक्ति या समूह बहुत शक्तिशाली हो जाता है, तो समाज का लोकतांत्रिक ताने-बाने से समझौता करना पड़ता है. भारत चीन तो नहीं बनेगा लेकिन निरंकुश शासन के लक्षण और अधिक स्पष्ट हो जायेंगे. प्रशांत ने कहा, लेकिन 15 राज्य ऐसे हैं जहां विपक्ष का शासन है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि इंडिया ब्लॉक ने देर से शुरुआत की और वे अब जो कर रहे हैं, उन्हें पिछले साल ही करना चाहिए था. प्रशांत किशोर ने कहा, "पिछले साल, इंडिया ब्लॉक ने 7-10 दिनों से ज्यादा काम नहीं किया. अगर राहुल गांधी 7 दिनों के लिए यूरोप जा सकते हैं, तो पिछले साल इतने दिनों तक भी काम क्यों नहीं किया. First Updated : Sunday, 25 February 2024