Prayagraj: माफियाओं की टूटेगी कमर, ढहेंगे अवैध निर्माण.., प्रयागराज में चलने जा रहा ऑपरेशन जिराफ
पुलिस आयुक्त द्वारा इसके लिए IPS की टीमों का गठन किया गया है जो माफियाओं के अवैध कब्जे का पता लगा कर उसे कब्ज़ा मुक्त कराएंगी.
Prayagraj: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि राज्य में माफियाओं के लिए कोई स्थान नहीं है. सरकार माफियाओें के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम कर रही है. इसी के तहत प्रयागराज में माफियाओं के कब्जे से ज़मीनों पर अवैध कब्जे को छुड़वाने के लिए प्रयागराज पुलिस ऑपरेशन जिराफ शुरू कर चुकी है. खबरों की मानें तो पुलिस आयुक्त द्वारा इसके लिए IPS की टीमों का गठन किया गया है जो माफियाओं के अवैध कब्जे का पता लगा कर उसे कब्ज़ा मुक्त कराएंगी.
मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि ये टीम उन शूटरों और गैंगस्टर का भी पता लगाएंगी जो माफियाओं के इशारों पर किसी भी वारदात को अंजाम देते हैं. बताया जा रहा है कि ऑपरेशन जिराफ की कुल 3 टीमों का गठन किया गया है. इनमें से एक टीम गंगा नगर दूसरी टीम यमुना नगर और तीसरी टीम शहर में काम करेगी. इसी के साथ ये भी साफ कर दिया गया कि कि इन तीनों टीमों का नेतृत्व तीनों ज़ोन के डीसीपी करेंगे.
पुलिस ने इस ऑपरेशन को जो नाम दिया है वह थोड़ा अजीब लगता है. लेकिन इसके पीछे क्या कारण है यह भी साफ किया गया है. बताया जा रहा है कि प्रयागराज पुलिस जिराफ की लम्बी गर्दन की तरह माफियाओं और गैंगस्टरों पर नज़र रखेगी और साक्ष्य मिलने पर उनको दबोच लेगी.
बताया जा रहा है कि ऑपरेशन जिराफ की टीम के पास एसे साक्ष्य मौजूद हैं जिनसे अतीक जैसे माफियाओं से संबंध रखने वाले सभी छुट भइयों की पोल पट्टी खुल जाएगी. कहा जा रहा कि ऑपरेशन जिराफ की टीम को अपने सोर्स से ये तक पता चला है कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ सहित तमाम गुर्गो ने चाय और पान बेचने वालों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति खरीदी थी.