President of Bharat: देश के संविधान में इंडिया और भारत दोनों ही शब्दों का इस्तेमाल किया गया है और दोनों बिल्कुल सही है. वैसे सदियों से हमारे देश को भारत और भारतवर्ष कहा जाता रहा है. देश में मंगलवार से 'इंडिया बनाम भारत' काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. ऐसे में सवाल किए जा रहे है कि क्या 2024 या उससे पहले इंडिया और भारत के नाम जाना जाने वाला हमारा देश सिर्फ भारत नाम से जाना जाएगा?
देश में इंडिया और भारत शब्दों पर ऐसे समय में बहस छिड़ गई है, जब भारत दुनिया की बीस बड़ी आर्थिक ताकत वाले देशों के संगठन जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. जी-20 के एक निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' शब्द लिखे जाने को लेकर देश भर में सियासी हलचल शुरू हो गई है. इसके बाद सवाल पूछा जाने लगा कि क्या केंद्र सरकार अब देश का नाम 'इंडिया और भारत' नहीं बल्कि सिर्फ भारत करने वाली है?
हमारा संविधान देश के नाम भारत और इंडिया को लेकर क्या कहता है? संविधान का अनुच्छेद 1(1) कहता है कि 'India , that is Bharat, shall be an union of states' हिंदी में इसका मतलब है कि भारत, अर्थात इंडिया, राज्यों का एक संघ होगा. संविधान में India और भारत दोनों ही शब्दों का इस्तेमाल किया गया है और दोनों शब्द ठीक है. वैसे देखा जाए तो हमारे देश को सदियों से भारत और भारतवर्ष कहा जाता रहा है. महाभारत में भी इसका उल्लेख किया गया है.
राष्ट्रपति भवन द्वारा दिए जाने वाले डिनर के लिए छपे निमंत्रण पत्र को लेकर मंगलवार को बहस छिड गई थी. दरअसल, निमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा गया है. पत्र में 'भारत' के अंग्रेजी नाम 'इंडिया' का प्रयोग नहीं करने को लेकर कांग्रेस ने सरकार कई सवाल पूछे. इसके बाद G20 बैठक में अधिकारियों के बदले हुए पहचान पत्र सामने आए हैं, जिसमें इंडिया की जगह भारत लिखा हुआ है. फिर दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस में प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर फंक्शन नोट्स पर 'प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत' लिखा दिखा है.
संसद के विशेष सत्र से ठीक पहले ये चर्चा का विषय बना हुआ है. अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या 18 से 22 सितंबर को होने वाले संसद के विशेष सत्र में देश के नाम से INDIA हटाने को लेकर सरकार कोई विधेयक पेश कर सकती है?
दरअसल, ये कोई पहला मौका नहीं है जब कोई देश अपना नाम बदल रहा हो. दुनिया में पहले भी ऐसे कई परिवर्तन देखने को मिले है. हॉलैंड हो गया नीदरलैंड, तुर्की का नाम तुर्किए हो गया, चेक रिपब्लिक चेकिया हो गया, बर्मा बना म्यांमार, सियाम हो गया थाईलैंड. तो क्या इसी तरह 2024 या उससे पहले ही इंडिया और भारत को सिर्फ भारत के नाम से ही जाना जाएगा. इस सवाल का जवाब तो आने वाले समय में ही स्पष्ट हो पाएगा. First Updated : Wednesday, 06 September 2023