उत्तरकाशी सुरंग में फंसे श्रमिकों की सुरक्षा के लिए प्रियंका गांधी ने की प्रार्थना, सुरंग में फंसे हैं 41 मजदूर
Uttarkashi Tunnel: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार, (23 नवंबर) को उत्तराखंड की सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की और सरकार से उन्हें उचित मुआवजा देने का भी आग्रह किया.
Priyanka Gandhi On Uttarkashi Tunnel Collapse: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार, (23 नवंबर) को उत्तराखंड की सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की और सरकार से उन्हें उचित मुआवजा देने का भी आग्रह किया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (पूर्व में एक्स) पर एक पोस्ट करते हुए प्रियंका गांधी ने लिखा कि, उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में सुरंग में 41 मजदूर 12 दिन से फंसे हुए हैं. खबर है कि इन्हें बचाने के लिए चल रहा ऑपरेशन सफलता की ओर बढ़ रहा है और उम्मीद है कि सभी जल्द ही सुरक्षित बाहर आ जाएंगे.
कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा कि 'हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि सभी श्रमिक भाई जल्द से जल्द बाहर आएं और अच्छे स्वास्थ्य के साथ अपने घर पहुंचें. पूरे देश की दुआएं उनके साथ हैं. सरकार से अनुरोध है कि उन लोगों को उचित मुआवज़ा और मदद दी जाए जो दिन-रात अपनी जान जोखिम में डालकर देश की सेवा करते हैं.''
अंतिम चरण में है मजदूरों को निकालने का काम
बता दें कि सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने का काम अंतिम चरण में है. गुरुवार के दिन भी लगातार 12 दिनों से बचाव अभियान जारी है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिल्क्यारा सुरंग (उत्तरकाशी) पहुंचे और सुरंग के मुख्य द्वार पर बने एक मंदिर में पूजा-अर्चना की, जहां फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है. इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी धामी को फोन किया और सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के लिए चल रहे बचाव अभियान के बारे में जानकारी ली.
एनडीआरएफ के महानिदेशक ने दी जानकारी
श्रमिकों के परिजनों और देशवासियों को राहत की सांस देते हुए, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के महानिदेशक अतुल करवाल ने गुरुवार को कहा कि उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए बहु-एजेंसी बचाव अभियान चलाया जा रहा है. जो दिन के अंत तक पूरा हो जाएगा.
एनडीआरएफ के डीजी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ऑगर मशीन ने फिर से काम करना शुरू कर दिया है. हम 6 मीटर के 2-3 पाइप अंदर भेजने का अनुमान लगा रहे हैं. उम्मीद है कि दिन के अंत तक, अगर हमें कोई बाधा नहीं आती है, तो बचाव अभियान पूरा हो जाएगा.
पीएमओ के पूर्व सलाहकार ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए एक निश्चित समय सीमा बताते हुए कहा कि यह 12-14 घंटे के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. "हम 45 मीटर तक पहुंच गए थे, उसके बाद कल एक गर्डर रास्ते में आ गया, जिसे काटकर हटा दिया गया है. अब 45 मीटर से आगे ड्रिलिंग का काम शुरू हो गया है और हमें उम्मीद है कि 12 से 15 घंटे के अंदर हम 60 तक पहुंच जाएंगे.
सिलक्यारा से बरकोट तक निर्माणाधीन सुरंग में 12 नवंबर को सिलक्यारा की तरफ 60 मीटर हिस्से में मलबा गिरने से सुरंग ढह गई थी, जिससे 41 मजदूर फंस गए थे. मजदूर 2 किमी बने हिस्से में फंसे हुए हैं.