score Card

पहलगाम हमले के बाद अलर्ट पर पंजाब, मुख्यमंत्री ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

पहलगाम आतंकी हमले के बाद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने राज्य के सभी रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड और सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा चेकिंग को बढ़ाने के आदेश दिए हैं. उन्होंने विशेष रूप से उन ट्रेनों और बसों की जांच करने का निर्देश दिया है जो जम्मू-कश्मीर से पंजाब आती हैं. यह कदम राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए उठाया गया है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. इसी कड़ी में पंजाब में भी रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. राज्य की सीमाएं विशेष रूप से अन्य राज्यों से सटे इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. पठानकोट जैसे संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने विशेष चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है, जहां मंगलवार देर शाम से ही वाहनों की तलाशी ली जा रही है और संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की जा रही है.

पंजाब पुलिस ने सभी जिलों के पुलिस थानों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. सीमावर्ती जिलों में नाकाबंदी कर दी गई है, खासकर पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर और फिरोजपुर जैसे इलाकों में चौकसी और बढ़ा दी गई है. सुरक्षाकर्मियों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. सुरक्षा एजेंसियां खुफिया इनपुट्स के आधार पर लगातार निगरानी कर रही हैं.

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज सुबह 11 बजे अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई है. इस मीटिंग में राज्य के शीर्ष पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है. बैठक में पहलगाम आतंकी हमले के बाद पंजाब में किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए रणनीति पर चर्चा की जाएगी. खास तौर पर भीड़भाड़ वाले स्थानों, धार्मिक स्थलों, बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा को लेकर विशेष निर्देश दिए जा सकते हैं.

पंजाब में लगातार हो रहे हैं आतंकी हमले

पंजाब में पिछले कुछ महीनों से आतंकी घटनाओं में इजाफा हुआ है. सितंबर 2024 से अब तक राज्य में 16 बार हैंड ग्रेनेड हमले किए जा चुके हैं, जिनमें कई पुलिस थानों और सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाया गया. इन घटनाओं के पीछे सीमापार बैठे आतंकी संगठनों की साजिश मानी जा रही है, जो राज्य में माहौल को अस्थिर करना चाहते हैं.

चौकसी बढ़ाने के निर्देश

मुख्यमंत्री की मीटिंग में राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए पुलिस और इंटेलिजेंस विंग को जरूरी संसाधन और तकनीकी सहयोग देने पर भी चर्चा हो सकती है. ड्रोन निगरानी, सीसीटीवी नेटवर्क और स्थानीय स्तर पर खुफिया तंत्र को और मजबूत करने के प्रस्तावों पर भी विचार किया जा सकता है. इसके साथ ही आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें.

calender
23 April 2025, 10:24 AM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag