पंजाब के लोगों को मिली बड़ी राहत, CM मान ने 9वां टोल प्लाजा किया बंद
ईमानदार सरकार ने आज पटियाला- समाना-पटदार रोड पर 9वें टोल प्लाजा को बंद कर दिया...लोगों के रोज लाखों रुपये बचेंगे...हम लोगों को किसी भी कीमत पर लुटने नहीं देंगे... हम स्पष्ट हैं कि किसी को अतिरिक्त दिन या साल नहीं मिलेंगे... हमारी सरकार हमेशा लोगों के साथ है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार यानी कल 12 अप्रैल को पंजाब के लोगों को बड़ी राहत प्रदान की है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगंवत ने समाना टोल प्लाजा को बंद कर दिया हैं। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने फसल में नमी और टूटे दाने पर केंद्र की कटौती की भरपाई करने का एलान किया है। पंजाब के सीएम मान ने कहा कि यह टोल प्लाजा वास्तव में आम लोगों की खुली लूट करने वाली दुकानें थी। उन्होंने कहा कि इन टोल वालों ने अपने समझौते की सभी शर्तो को नजर अंदाज कर लोगों की अंधी लूट की।
ईमानदार सरकार ने आज पटियाला- समाना-पटदार रोड पर 9वें टोल प्लाजा को बंद कर दिया...लोगों के रोज लाखों रुपये बचेंगे...हम लोगों को किसी भी कीमत पर लुटने नहीं देंगे... हम स्पष्ट हैं कि किसी को अतिरिक्त दिन या साल नहीं मिलेंगे... हमारी सरकार हमेशा लोगों के साथ है। इस टोल प्लाजा का समझौता 1 सितंबर 2005 को हुआ था। साढे 16 साल समझौते को हो चुके है। 1 करोड़ 48 हजार का डैमेज कंट्रोल भी पाया गया। 24 जून 2013 में यह टोल प्लाजा बंद हो सकता था लेकिन पुरानी सरकारों नें बंद नहीं किया।
मान ने कहा कि यह कितने हैरान कर देने वाली बात है कि सार्वजनिक कल्याण में इन टोल प्लाजा कंपनियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने की बजाय पिछली सरकारों ने इन अनियमितताओं पर अपनी आंखें बंद कर ली। मान ने कहा कि वैसे तो लोगों ने सरकारों को उनके हितों की रक्षा करने के लिए चुना। लेकिन सत्ता ने भूखे राजनीतिज्ञों ने अपने स्वार्थों के लिए ऐसे डिफाल्टरों की ढाल बनकर काम किया।
भगवंत मान ने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ और इस सड़क की दूसरी मरम्मत न करने के कारण यह टोल 16 अक्टूबर 2018 को बंद किया जा सकता था, लेकिन कोई कार्यवाही शुरू नहीं की गई थी। सीएम मान ने कहा कि पद संभालने के बाद जब हमारी सरकार ने उल्लंघन के लिए टोल प्लाजों को नोटिस जारी किया परंतू कपंनी अदालत में चली गई। उन्होंने कहा कि अदालत ने यह अर्जी रद्द कर दी और सरकार ने सार्वजनिक हित में इसको बंद करने का फैसला किया।
भगवंत मान ने कहा कि यह टोल प्लाजा बंद होने के कारण आम लोगों के 3.80 लाख रुपए रोजाना बचेंगे। मान ने कहा कि किसान आंदोलन और कोविड महामारी का बहाना लगाकर कंपनी ने टोल का समय बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने इसको रद्द कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोगों से लूटा गया 1-1 पैसा हर हाल में वापस करवाया जाएगा और इस कंपनी के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज करवाई जाएगी।