Green Stamp Papers: मुख्यमंत्री मान के नेतृत्व में पंजाब 2023 में यूनीक कलर कोट स्टाम्प पेपर लॉन्च करने वाला भारत का पहला राज्य बन गया है. इस पहल का मकसद राज्य में अपनी औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने के इच्छुक उद्यमियों के लिए प्रक्रिया को सरल बनाना है, जिससे व्यापार करने में आसानी हो. यह बेहतरीन सिस्टम उद्यमियों को सभी आवश्यक मंजूरी हासिल करने की अनुमति देती है. जैसे- CLU, वन, प्रदूषण और अग्नि जैसे क्लियरेंस एक ही स्टाम्प पेपर की मदद से मिल जाते हैं.
यह 'इन्वेस्ट पंजाब पोर्टल' के माध्यम से मौजूद है. सभी मंजूरी के लिए जरूरी फीस भुगतान करके, उद्योगपति एक तेज़ और सुचारू प्रक्रिया सुनिश्चित करता है, जिसमें सरकार की तरफ से केवल 15 दिनों के अंदर सभी आवश्यक मंजूरी देने की प्रतिबद्धता होती है.
ग्रीन स्टाम्प पेपर इस बात का प्रतीक है कि उद्यमी ने पहले ही सभी आवश्यक मंजूरी के लिए भुगतान कर दिया है, जिससे नौकरशाही में देरी कम होगी और प्रक्रिया सुव्यवस्थित होगी. इस तरह की पहल से निवेशकों का समय और पैसा दोनों बचते हैं. पंजाब सरकार के इस कदम से राज्य में औद्योगिक विकास को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
कलर कोडेड स्टाम्प पेपर का आइडिया 'इन्वेस्ट पंजाब' शिखर सम्मेलन के दौरान पंजाब और पूरे भारत के औद्योगिक नेताओं और मुख्यमंत्री के बीच चर्चा से आया था. सीएम मान ने कारोबारियों के सामने आने वाली चुनौतियों को पहचाना. साथ ही राज्य को निवेशक-अनुकूल बनाने के लिए इस 'आउट-ऑफ-द-बॉक्स" समाधान को तैयार किया.
लालफीताशाही को कम करके, इस पहल से पंजाब में ज्यादा औद्योगिक निवेश आने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री मान ने यह भी ऐलान किया कि इस कलर कोडेड सिस्टम को जल्द ही आवास जैसे अन्य क्षेत्रों में भी लागू किया जाएगा, ताकि भूमि संसाधन का बेहतर इस्तेमाल यकीनी बनाया जा सके और इंडस्ट्रीज में प्रक्रियाओं को आसान बनाया जा सके.
पिछले 29 महीनों में इन्वेस्ट पंजाब ने लगभग 83,857 करोड़ रुपये के 5,265 निवेश प्रस्तावों को सफलतापूर्वक लुभाया किया है. इन निवेशों से अलग-अलग क्षेत्रों में लगभग 3,87,806 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है. राज्य की प्रगतिशील नीतियों और निवेशक-अनुकूल पहलों, जैसे कलर कोडेड स्टाम्प पेपर्स ने पंजाब को भारत में औद्योगिक निवेश के लिए बेहतरीन जगहों में से एक के तौर पर स्थापित कर दिया है. First Updated : Thursday, 10 October 2024