पंजाब में धान के लिए बिजली संकट, सीएम मान ने केन्द्रीय मंत्री आर के सिंह को लिखा खत
अभी तो गर्मी चरम पर है लेकिन इसके ठीक बाद मानसून आने वाला है। पंजाब के लिए बुरी खबर ये है कि इस बार यहां मानसून की गति धीमी रहेगी तो ऐसे में पंजाब में क्या परेशानी आने वाली है
Punjab News: पंजाब में मौसम विभाग की ओर से इस मानसून में कम बारिश होने की संभावना जताई गई है। जिसकी वजह से धान के सीजन में बिजली संकट गहरा सकता है। इस दौरान अतिरिक्त बिजली की जरूरत पड़ेगी। बता दें कि धान की खेती में पानी की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। धान की खेती के लिए किसान मुख्य रूप से मानसून पर ही निर्भर रहते हैं। बारिश कम होने की खबर ने किसानों के साथ-साथ पंजाब सरकार की परेशानी बढ़ा दी है और इसी संबंध में पंजाब की मान सरकरा ने केन्द्र सरकार से मदद मांगी है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रदेश के किसानों को बिजली संकट से बचाने के लिए केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पंजाब में 15 जून से 15 अक्टूबर तक 1 हजार मेगावॉट बिजली की जरूरत बताई है। ये तो साफ है कि यदि पंजाब में बारिश सामान्य से कम हुई तो बिजली की कमी से धान की फसल प्रभावित हो सकती है। इसके लिए पंजाब सरकार को केंद्र सरकार के सहयोग की जरूरत है।
केंद्र सरकार की ओर से बीते समय पंजाब की फसल का न्यूनतम भाव घटाया गया था। इस पर भगवंत मान ने सार्वजनिक तौर पर केंद्र सरकार को चेतावनी देते कहा कि जब केंद्र की ओर से पंजाब से फसल की मांग की जाएगी तो वह पुराना हिसाब-किताब जरूर करेंगे, लेकिन अब पंजाब सरकार को ही धान की फसल के लिए केंद्र सरकार से अतिरिक्त बिजली की जरूरत आन पड़ी है।