Punjab: राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने 'CM दी योगशाला' में किया योगासन, सीएम भगवंत मान भी रहे मौजूद

Punjab: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से ठीक एक दिन पहले पंजाब के जालंधर में 'सीएम दी योगशाला' का आयोजन किया गया। पंजाब के 'सीएम की योगशाला' में मुख्यमंत्री भगवंत मान, और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा के साथ-साथ कई वरिष्ठ लोगों ने हिस्सा लिया।

CM The Yogashala: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से ठीक एक दिन पहले पंजाब के जालंधर में 'सीएम दी योगशाला' का आयोजन किया गया। पंजाब के 'सीएम की योगशाला' में मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा, स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह के साथ-साथ कई वरिष्ठ लोगों ने हिस्सा लिया।

जालंधर के PAP ग्राउंड (पाप ग्राउंड) में हुई इस योगशाला मे सीएम मान, पंजाब कैबिनेट के सभी मंत्री, विधायक, अलग-अलग विभागों के चेयरमैन और पार्टी के पदाधिकारी भी शामिल हुए। योग शिक्षकों ने सभी को योग करवाया, तकरीबन 40 मिनट तक चली इस योगशाला में राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा भी शामिल हुए।

योगासन के बाद उन्होंने ट्वीट कर इस योगशाला के लिए पंजाब के सीएम को बधाई दी और उनके इस कदम की सराहना करते हुए लिखा कि, "पंजाब में आप सरकार अपनी सीएम दी योगशाला पहल के जरिए योग को घर-घर तक पहुंचा रही है।"

इससे पहले सीम भगवंत मान ने कहा कि ऐसा जरूरी नहीं है कि योगा मैट पर ही होता है। हम रोज अपने नित्य क्रिया में भी योग करते हैं। जिस तरह से वर्तमान में हमारा लाइफ स्टाइल है उससे लोग डिप्रेशन में हैं। इससे मुक्ति के लिए योग ही एक प्राचीन साधन है।

सीएम मान ने कहा कि, "आज PAP ग्राउंड में 15 हजार से ज्यादा लोग योग कर रहे हैं। वह उनके बीच साधारण कपड़ों में सुबह-सुबह खड़े हुए हैं। क्या इससे पहले के मुख्यमंत्री आपने कभी ऐसे देखे। इस वक्त तो उनकी आंख ही नहीं खुलती थी। रात को 3 बजे तक सोते थे और दोपहर को 2 बजे तक उठते थे। दोपहर को उठने के बाद कहते थे चलो अब पंजाब का काम कर आते हैं। थोड़ा से घूमते थे फिर कहते थे चलो अब डिनर का समय हो गया।"

उन्होंने कहा कि, "वह चाहते हैं कि उनका पंजाब सेहतमंद हो। पंजाब सेहतमंद होगा तो दूसरों को भी सेहतमंद बनाएगा। भगवंत मान ने कहा कि दम यानी सांस इन्हीं से आदमी है। जिनके पास करोड़ों अरबों हैं वह उन्हें बुला रहे हैं, लेकिन वह जाते नहीं। क्योंकि सांसों का भार ही सबसे ज्यादा भारी है।" इस मौके पर कविता के लहजे में उन्होंने कहा कि, "मैंने परख लिया सांसों का भार ही सबसे भारी है, जरा सोचकर देखो डूबने के बाद बंदा तैर कैसे जाता है।"

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20 June 2023, 11:45 AM IST

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