Raghav Chadha: आप ने बालाजी को मंत्री बनाए जाने का विरोध करने पर राज्यपाल की आलोचना की

Raghav Chadha: सेंथिल बालाजी के मंत्री पद पर बने रहने का विरोध करने पर राघव चड्ढा ने की आर. एन राज्यपाल की आलोचना की है। आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में कहा, अनिर्वाचितों के अत्याचार का एक और मामला

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तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. ने  शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए राज्य के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में जारी रखने के लिए विरोध किया। क्योंकि वह नैतिक अधमता के लिए आपराधिक का कार्रवाही का सामना कर रहे हैं और वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं। इस पर आप ने शुक्रवार को पलटवार किया है।

राज्यपाल के चौंकाने वाले इस फैसले पर आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने प्रतिक्रिया देते हुए , हाल में ही उस मामलें पर प्रकाश डाला, जहां राज्यपालों ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकारों के फैसले में हस्तक्षेप किया था।

आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में कहा, "अनिर्वाचितों के अत्याचार का एक और मामला" तमिलनाडु के राज्यपाल ने एकतरफा टिप्पणी की है कि एक विधायक मंत्री के रूप में जारी नहीं रह सकता है - ऐसा कुछ जो अनसुना है। संवैधानिक रूप से, मंत्रिपरिषद मुख्यमंत्री का एकमात्र विशेषाधिकार है, राज्यपाल का नहीं।

दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, "पंजाब, दिल्ली, बंगाल और तमिलनाडु में हाल की घटनाओं से पता चला है कि कुछ राज्यपाल जरूरत से ज्यादा अपनी सीमा लांघ रहे हैं। पंजाब में, राज्यपाल ने विधानसभा का बजट सत्र बुलाने से इनकार कर दिया था और इस आशय के कैबिनेट के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था"।

आगे उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "दिल्ली में, LG ने लगातार और व्यवस्थित रूप से शासन को पंगु बना दिया है और चुनी हुई सरकार को पंगु बना दिया है। हम गैर-बीजेपी राज्यों में जो देख रहे हैं वह एक खतरनाक प्रवृत्ति है। राज्यपाल कानून से ऊपर नहीं हैं। भारत के लोग अपनी सरकारों का चुनाव करते हैं और राज्यपाल मंत्रिपरिषद की सहायता और सलाह से बंधे होते हैं। अनिर्वाचित राज्यपालों की निरंकुशता अनियंत्रित नहीं होनी चाहिए"। First Updated : Saturday, 17 June 2023