Republic Day Parade 2024: गणतंत्र दिवस की परेड में नहीं दिखेंगी पंजाब और बंगाल की झांकियां, रक्षा मंत्रालय ने बताई वजह
Republic Day Parade 2024: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर झांकियों के चयन में भेदभाव करने का आरोप लगाया है. वहीं रक्षा मंत्रालय ने इसकी असल वजह बताई है.
हाइलाइट
- भगवंत मान ने लगाया पंजाब सरकार को जान -बुझ कर परेशान करने का आरोप
- तीसरे चरण तक पंजाब की झांकी पर किया गया था विचार
Republic Day Parade 2024: हर साल राजपथ पर गणतंत्र दिवस पर विभिन्न राज्यों की झांकियां निकलती है. लेकिन गणतंत्र दिवस 2024 में परेड के दौरान पंजाब और पश्चिम बंगाल की झांकियां नजर नहीं आएंगी. इसे लेकर पंजाब सरकार और केंद्र सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है. वहीं इस बीच रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में कहा कि पंजाब की झांकी इस साल की थीम के 'व्यापक विषयों' के अनुरूप नहीं थी, जिसकी वजह से उसका चयन नहीं हुआ.
'पंजाब की झांकी व्यापक विषयों के अनुरूप नहीं'
हर साल की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस परेड 2024 में शामिल होने के लिए 30 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों ने इच्छा जताई थी. इसमें बंगाल और पंजाब भी शामिल थे. रक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार भी सिर्फ 15-16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों को ही चुना गया है.
पंजाब और बंगाल की झांकियां न चुने जाने के बारे में गृह मंत्रालय ने कहा कि मीटिंग के पहले 3 चरण की बैठक में पंजाब की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया था, लेकिन तीसरे चरण की बैठक के बाद पंजाब की झांकी पर विचार नहीं किया गया, क्योंकि इन राज्यों की झांकी इस बार की परेड के व्यापक विषयों के अनुरूप नहीं थी.
क्या बोले भगवंत मान?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि " पिछले साल की तरह इस साल भी 26 जनवरी के लिए पंजाब की झांकी शामिल नहीं होगी. केंद्र के फैसले से पता चलता है कि उसके दिल में पंजाब के लोगों के खिलाफ कितना 'जहर' है." इसके साथ ही दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी केंद्र सरकार पर दिल्ली और पंजाब सरकारों को परेशान करने का आरोप लगाया.
कैसे होता है झांकियों का चयन?
गणतंत्र दिवस के परेड में निकलने वाली झांकियों का चयन रक्षा मंत्रालय की एक कमिटी द्वारा किया जाता है. हर साल राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से झांकियों के लिए सुझाव मांगे जाते हैं. उसके बाद जब सभी राज्य अपने सुझाव भेजते हैं तो कमिटी उन पर चर्चा करती है.
उसके बाद ही किसी भी राज्य की झांकियों का चयन होता है. इसके साथ ही कमिटी सभी राज्यों से उनकी झांकियों के 3डी मॉडल भी मांगती है. जिससे पता चलता है कि झांकियां कैसी दिखेंगी. इसके बाद अगर राज्यों की झांकी कमिटी के सभी मानकों पर ठीक उतरती है तो उस झांकी का चयन हो जाता है.