रूस ने बोला...'अब हमारी बारी!' – पुतिन भारत आएंगे, PM मोदी के न्योते को किया कबूल

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने PM मोदी के भारत दौरे के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि अब उनकी बारी है. फिलहाल यात्रा की तारीखों का खुलासा नहीं हुआ है लेकिन इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. क्या इस दौरे से भारत-रूस के रिश्तों में कोई नया मोड़ आएगा? जानिए पूरी खबर!

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Edited By: Aprajita

International News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत की यात्रा पर आएंगे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. यह खबर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने खुद साझा की. लावरोव ने कहा कि पीएम मोदी ने पिछले साल जब रूस का दौरा किया था तब उन्होंने पुतिन को भारत आने का न्योता दिया था. अब रूस का कहना है—'अब हमारी बारी है.'

रूस-भारत रिश्तों में और मजबूती आएगी!

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस बात की पुष्टि की कि पुतिन के दौरे की तैयारियां चल रही हैं. उन्होंने रूस और भारत के रिश्तों को खास बताया और कहा कि दोनों देशों के बीच 'विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी' लगातार मजबूत हो रही है. भारत और रूस के संबंध पहले से ही गहरे हैं और यह यात्रा उन रिश्तों को और मजबूत कर सकती है.

भारत और रूस के बीच दोस्ती का नया अध्याय?

भारत और रूस के संबंध दशकों पुराने हैं. पीएम मोदी की पिछली रूस यात्रा को याद करते हुए लावरोव ने बताया कि 2024 में जब मोदी रूस गए थे, वह उनकी पांच साल में पहली यात्रा थी. इससे पहले 2019 में उन्होंने व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था. तब से दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा और कूटनीति के स्तर पर कई अहम समझौते हुए हैं.

पुतिन कब आएंगे भारत?

फिलहाल पुतिन की यात्रा की तारीखों का खुलासा नहीं किया गया है. लेकिन माना जा रहा है कि यह दौरा दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को और आगे ले जाने के लिए बेहद अहम रहेगा. रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने यह भी कहा कि रूस चीन, भारत, ईरान, उत्तर कोरिया और स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल (CIS) देशों के साथ संबंधों को और मजबूत कर रहा है.

भारत-रूस के रिश्तों पर दुनिया की नजरें

यूक्रेन युद्ध के बीच रूस और भारत के बढ़ते संबंधों पर पूरी दुनिया की नजर है. अमेरिका और यूरोपीय देशों के प्रतिबंधों के बावजूद भारत और रूस के व्यापार में तेजी आई है. खासकर तेल और रक्षा सौदों में भारत रूस का एक बड़ा साझेदार बना हुआ है. अब जब पुतिन भारत आने वाले हैं, तो यह दौरा भारत और रूस की दोस्ती को एक नई दिशा दे सकता है. क्या इस यात्रा से दोनों देशों के रिश्तों में नया मोड़ आएगा? यह देखना दिलचस्प होगा!

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27 March 2025, 05:14 PM IST

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