Parliament: अजमेर के भाजपा सांसद भागीरथ चौधरी ने सोमवार को लोकसभा में सरकार से एक सवाल पूछा कि क्या वह गौमाता (गाय) को राष्ट्रीय पशु घोषित करेगी. लेकिन इस सवाल का केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने सीधा जवाब नहीं दिया. सांसद ने जब पूछा, क्या सरकार संसद में कानून बनाकर भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग गौमाता को राष्ट्रीय पशु के रूप में मान्यता देने पर विचार कर रही है.
मंत्री ने राज्य सरकार का दिया हवाला
इसके सवाल का लिखित जवाब में केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा, इस विषय पर कानून बनाने की शक्ति राज्य सरकार के पास है. पशुओं के संरक्षण में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा किए गए प्रयासों में मदद के लिए पशुपालन और डेयरी विभाग गायों की स्वदेशी नस्लों के विकास और संरक्षण के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन लागू कर रहा है.
केंद्र सरकार ने साफ कर दिया कि गाय को फिलहाल राष्ट्रीय पशु घोषित करने का कोई इरादा नहीं है. केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने सोमवार को संसद में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ है और सरकार गाय को राष्ट्रीय पशु के तौर पर मान्यता देने का इरादा नहीं रखती है.
राष्ट्रीय गोकुल मिशन पर सरकार का जोर
संस्कृति मंत्री से यह भी पूछा गया कि क्या इलाहाबाद और जयपुर हाईकोर्ट ने गौमाता को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का आदेश दिया था. इसके जवाब में रेड्डी ने कहा कि ये मामले राज्य के विधायी अधिकारियों के हाथों में हैं. राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के प्रयास को देखते हुए पशुपालन और डेयरी विभाग मवेशियों की स्वदेशी नस्लों के विकास और संरक्षण के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन लागू कर रहा है.
इस मिशन का मकसद देश में मवेशियों सहित स्वदेशी नस्लों की संख्या में बढ़ोतरी लाना है. साथ ही गाय और उसकी संतान सहित जानवरों की सुरक्षा के लिए भारतीय पशु कल्याण बोर्ड की भी स्थापना की गई है. First Updated : Tuesday, 05 September 2023