दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से शराब नीति केस को लेकर गुरुवार (2 नवंबर) को पूछताछ से पहले आप (AAP) ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. वही पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने आज बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के एक प्रत्याशी के खिलाफ इंडिया (विपक्षी गठबंधन) का एक प्रत्याशी उतरता है तो भाजपा हारती हुई दिख रही है. ऐसे में बीजेपी की रणनीति है कि 'आप' पार्टी के बड़े नेता को जेल में डाल दिया जाए अगर उसे जेल में डाल दिया तो वो चुनाव कैसे लड़ पाएगा. इसी के साथ भाजपा अकेले ही इस रेस में जीत जाएगी.
राघव चड्ढा ने कहा कि 2014 से 2022 के बीच नेताओं पर जितने मुकदमे हुए उनमें से 95 प्रतिशत बीजेपी के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हुए है. इस बीच 125 बड़े नेताओं पर मुकदमे हुए, उनमें से 118 बीजेपी के राजनीतिक विरोधी हैं. इंडिया गठबंधन बनने से भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से डर और घबरा गई है, क्योंकि I.N.D.I.A. के बाद बीजेपी को डर सता रहा था कि उनके खिलाफ गठबंधन का एक उम्मीदवार उनके लिए भारी पड़ेगा.
राघव चड्ढा ने कहा, ''हमे पुख्ता सूत्रों से पता चला है कि बीजेपी की एजेंसियां इस कड़ी में पहला अरेस्ट दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का करने जा रही है. केजरीवाल को जेल में डालो और इसी के साथ दिल्ली की 7 सीटों को अपनी जेब में डालो. दूसरा अरेस्ट झारखंड राज्य से हेमंत सोरेन साहब का करेंगे. यहां लोकसभा की 14 सीटें हैं.''
सांसद ने कहा, ''फिर बिहार में, जहां 40 सीटें हैं, जहां नीतीश कुमार के बीजेपी का दामन छोड़ने के बाद नीतीश की गिरफ्तारी कि योजना बनी, फिर तेजस्वी यादव को गिरफ्तार करेंगे. फिर पश्चिम बंगाल जहां ममता बनर्जी को हराना मुश्किल है इसलिए इन्हें और अभिषेक बनर्जी को जेल में डालेंगे.''
राघव चड्ढा ने कहा, ''फिर केरल में दस्तक देंगे जहां पिनराई विजयन सीएम हैं, जहां 20 में से एक भी लोकसभा सीट बीजेपी के पास नहीं है, वहां बीजेपी खाता खोलना चाहती है इसलिए वे विजयन को गिरफ़्तार करना चाहते हैं.''
उन्होंने कहा, ''इसके बाद 39 सीटों वाली तमिलनाडु में एंट्री करने के लिए बीजेपी एमके स्टालिन के करीबियों को पकड़ में जेल में डालेगी. उनके एक मंत्री को जेल में डाल चुके हैं. अगली दस्तक तेलंगाना में दी जाएगी. जहां BRS पार्टी के केसीआर और उनके बेटा-बेटी को गिरफ्तार किया जाएगा. अंतिम दस्तक महाराष्ट्र में होगी, जहां बैक डोर से सरकार बनने के बाद लोगों की सहानुभूति उद्धव ठाकरे के साथ है. उन्हें कमजोर करने के लिए उनकी पार्टी के नेताओं को जेल में डाला जाएगा.'' First Updated : Wednesday, 01 November 2023