राघव चड्ढा ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की, PM मोदी का दिखाया पुराना ट्वीट
Parliament Monsoon Session 2023: संसद के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. इस सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर चर्चा का विषय बना हुआ है, मानसून सत्र के दूसरे दिन आप नेता राघव चड्ढा ने डबल इंजन की सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया की है
हाइलाइट
- आप सांसद राघव चड्ढा ने मणिपुर मामले पर राज्यसभा में कामकाज निलंबन नोटिस दाखिल किया
- राघव चड्ढा ने मणिपुर पर PM मोदी का पुराना ट्वीट दिखाया, जवाबदेही और न्याय की मांग की
- एन. बीरेन सिंह को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए, राष्ट्रपति शासन लगाया जाए: राघव चड्ढा
Parliament Monsoon Session 2023: संसद के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. इस सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर चर्चा का विषय बना हुआ है, मानसून सत्र के दूसरे दिन आप नेता राघव चड्ढा ने डबल इंजन की सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया की है साथ ही पीएम मोदी का पुराना ट्वीट दिखाकर राज्य से भाजपा सरकार को उखाड़ फेकने और राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.
राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने संसद के नियम 267 के तहत बिजनेस सस्पेंशन नोटिस दायर करके मणिपुर के लोगों के लिए एक स्टैंड लिया है. उन्होंने कहा कि मणिपुर की स्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्क्ता है. सभी सूचीबद्ध कार्यों को निलंबित करने और मणिपुर राज्य पर चर्चा के लिए एक विशेष सत्र बुलाने की राघव चड्ढा की अपील विपक्षी सांसदों की सामूहिक मांग को दर्शाती है, जो बढ़ते संकट पर चिंतित हैं एवं विभिन्न पक्षों की ओर से कई बार 'व्यवसाय के निलंबन' के नोटिस स्थिति की गंभीरता पर और जोर देते हैं."
आप सांसद राघव चड्ढा ने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार किया. और कहा कि. 2017 में पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर कहा था कि जो लोग राज्य में शांति सुनिश्चित नहीं कर सकते, उन्हें मणिपुर पर शासन करने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा, "आज जो हो रहा है वह भयानक, वीभत्स, विनाशकारी और 2017 से कहीं अधिक बड़ा है."
We demand removal of BJP government and imposition of president's rule in Manipur, in line with what Hon’ble PM had demanded with respect to Manipur in Feb 2017. pic.twitter.com/X7fB0t60kV
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) July 21, 2023
राघव चड्ढा ने डबल इंजन सरकार से जवाबदेही और पारदर्शिता की मांग की
राघव चड्ढा ने जवाबदेही की मांग करते हुए, कहा कि भाजपा की जिम्मेदारी है कि वह इस मामले पर चर्चा करे और क्षेत्र में चल रही गतिविधियों के बारे में सदन को सूचित करे. उन्होंने कहा, "मणिपुर की स्थिति डबल इंजन सरकार से जवाबदेही और पारदर्शिता की मांग करती है."
चड्ढा ने मणिपुर में एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को हटाने और राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. जिससे एक शक्तिशाली संदेश जाए कि मणिपुर के लोग एक ऐसी सरकार के लायक हैं जो उनकी शिकायतों को प्रभावी ढंग से संबोधित कर सके और उनकी सुरक्षा व कल्याण सुनिश्चित कर सके। उन्होंने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार जिम्मेदारी से काम करे. लोगों के कल्याण को प्राथमिकता दे और मणिपुर में चल रहे संकट को समाप्त करे."