'संभल जरूर जाऊंगा'...यूपी बॉर्डर पर सियासी संग्राम, पुलिस के रोकने पर भड़के राहुल गांधी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी, हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार से मिलने संभल जाने के लिए निकले थे. लेकिन उनके काफिले को गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया. इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई.
संभल में हाल ही में हुए विवाद के बाद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. जामा मस्जिद में हो रहे सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से संभल में शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. इस बीच आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी संभल दौरे के लिए रवाना हुए थे लेकिन उन्हें रोक दिया गया है. उनके काफिले को गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया.
इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा, "हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत राहुल गांधी को संभल जाने का अधिकार है। सरकार हमें क्यों रोक रही है? वे क्या छिपाना चाहते हैं?"
नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi और कांग्रेस महासचिव व सांसद श्रीमती @priyankagandhi जी संभल में पीड़ित परिवारों से मिलना चाहते हैं।
— Congress (@INCIndia) December 4, 2024
यूपी सरकार पुलिस और प्रशासन लगाकर उन्हें रोक रही है।
आखिर यूपी सरकार को किस बात का डर है? कौन सी ऐसी बात है जो छिपाई जा रही है? pic.twitter.com/e1sMdKNQO9
संभल में कड़ी सुरक्षा का इंतजाम
संभल में शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने जिले की सीमाएं सील कर दी हैं. वाहनों और संदिग्ध व्यक्तियों की सघन चेकिंग की जा रही है. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और हापुड़ के छजारसी टोल प्लाजा पर भी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने कहा कि 10 दिसंबर तक जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक है. हालांकि, इस रोक के बावजूद कुछ कांग्रेस नेता मंगलवार को संभल पहुंचकर मृतकों के परिवारों से मिल चुके हैं.
This is how UP govt trying to stop LOP Rahul Gandhi & Priyanka Gandhi to meet the families of the people who got killed few days back in Sambhal … pic.twitter.com/Qcsu1Noidp
— Reshma Alam (@Reshma_alamD) December 4, 2024
हिंसा का कारण और प्रशासन की कार्रवाई
बता दें कि करीब 10 दिन पहले जामा मस्जिद में हो रहे सर्वे के दौरान अचानक हिंसा भड़क उठी थी. उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. इसके बाद इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं और अफवाहों पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाए गए.
राहुल गांधी की जिद
राहुल गांधी ने स्पष्ट किया है कि वह हर हाल में पीड़ित परिवारों से मिलेंगे और उनकी आवाज संसद में उठाएंगे. कांग्रेस पार्टी ने इसे सरकार की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर हमला बताया है.संभल में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन और राजनीतिक दलों के बीच तनाव बना हुआ है. ऐसे में कायास लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमा सकता है.