Rahul Gandhi In Assam: लोकसभा चुनाव और नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज सोमवार को पहली बार नॉर्थ ईस्ट के दौरे पर पहुंचे. मणिपुर पहुचने से पहले राहुल गांधी ने असम में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीड़ितों का हालचाल जाना. नेता प्रतिपक्ष असम के कछार जिले में बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उसके बाद हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा किया. अब इस दौरे पर भाजपा निशाने पर ले रही है.भाजपा ने इसी त्रासदी पर्यटन बताया है.
राहुल गांधी फुलेरताल गए और राहत शिविरों में बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत भी की. राहुल गांधी आज शाम तक मणिपुर में रहेंगे. शाम 6 बजे वो राजभवन में राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलेंगे. इसके साथ ही वो प्रदेश के कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं.
राहुल गांधी का असम दौरा ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश हो रही है. इस कारण भयंकर बाढ़ आई हुई है. कई स्थानों पर भूस्खलन हो रहा है और नदियां उफान पर है. अभी तक 28 जिलों के करीब 22.70 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मणिपुर और असम यात्रा को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम मोदी की आगामी रूस यात्रा तथा मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद वहां का दौरा न करने पर आलोचना की है. उन्होंने कहा कि आज, गैर-जैविक प्रधानमंत्री मॉस्को जा रहे हैं, जबकि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी असम और मणिपुर की यात्रा पर है.
जयराम रमेश ने कहा कि 14 महीने पहले राज्य में हुए विवाद के बाद राहुल गांधी की यह तीसरा मणिपुर दौरा है लेकिन PM मोदी के पास इसके लिए समय नहीं था. उन्होंने ने तो मुख्यमंत्री जो उनकी अपनी पार्टी से हैं और विधायकों और सांसदों से भी मुलाकात नहीं की है.
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने जयराम रमेश पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी त्रासदी पर्यटन कर रहे हैं. मालवीय ने कहा कि मणिपुर में हिंसा कांग्रेस की विरासत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान राज्य में दशकों से नागरिकों, पुलिस और सेना के जवानों की हत्या होती रही हैं.
असम में इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान से अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रदेश के 28 जिलों में लाखों लोग इससे प्रभावित हुए हैं. बराक और उसकी सहायक नदियों सहित नौ नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी बाढ़ के प्रभाव का आकलन कर प्रभावितों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. First Updated : Monday, 08 July 2024