Telangana Election: तेलंगाना के युवाओं के लिए राहुल गांधी का बड़ा ऐलान, एक साल में 2 लाख नौकरियां का वादा
Rahul Gandhi: तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने राज्य के युवाओं के लिए एक बड़ा ऐलान किया है.
Congress Leader Rahul Gandhi: तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने राज्य के युवाओं के लिए एक बड़ा ऐलान किया है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने पर एक साल में 2 लाख सरकारी नौकरियां दी जाएगी.
हाल ही में राहुल गांधी ने शनिवार, (25 नवंबर) को तेलंगाना के हैदराबाद के अशोक नगर में युवाओं से बातचीत की. इसके बाद सोमवार, (27 नवंबर) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि, "तेलंगाना के युवा 'दोराला' केसीआर सरकार के कार्यकाल में बेहद पीड़ित हैं, हाल ही में अशोक नगर, हैदराबाद की मेरी यात्रा ने इसे स्पष्ट कर दिया है.
एक साल में 2 लाख नौकरियों का ऐलान
राज्य के युवाओं की बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमारा 'जॉब कैलेंडर' उनके दर्द को कम करने में पहला कदम है. तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने पर एक साल में 2 लाख सरकारी नौकरियां यूपीएससी की तर्ज पर टीपीएससी का पुनरुद्धार और 'युवा विकासम के तहत 5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की हम व्यवस्था करेंगे. इसे एक और गारंटी के रूप में प्रस्तुत करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "हमारे युवाओं का भविष्य कांग्रेस की सरकार के हाथों में सुरक्षित है, यह मेरी गारंटी है!"
शनिवार को हैदराबाद में युवाओं के साथ बातचीत के बाद राहुल ने एक्स पर लिखा, "आज मैं उन युवाओं से मिला जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. मैं इस तथ्य से प्रभावित हुआ कि उन्हें उम्मीद थी कि तेलंगाना बनने के बाद उन्हें सफलता मिलेगी, लेकिन राज्य बनने के 10 साल बाद भी उनकी आकांक्षाएं पूरी नहीं हुई हैं.”
केसीआर सरकार पर हमलावर हुए राहुल गांधी
राज्य की केसीआर सरकार पर हमलावर होते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, मौजूदा सरकार के दस साल के शासन के दौरान तेलंगाना के युवाओं को न्याय नहीं मिला. अधिसूचनाओं की कमी, अदालती मामलों और पेपर लीक के कारण 30 लाख बेरोजगार युवाओं को बुरी तरह से नुकसान हुआ है. जिस तेलंगाना के लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी, वहां वे अथाह दुर्दशा में हैं.