G20 Summit: भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन 2023 का आयोजन किया जा रहा है. राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित बने नए भारत मंडपम में विश्व के शीर्ष नेता कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं. भारत की अध्यक्षता में आयोजित इस सम्मेलन के लिए दिल्ली को पूरी तरह से सजाया गया है. जिसमें कई जगहों को कवर भी किया गया है, जिसको लेकर राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधा है.
आपतो बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान लोगों को छुपाने का आरोप लगाया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए राहुल ने लिखा कि, "भारत सरकार हमारे लोगों और जानवरों को छिपा रही है. हमारे मेहमानों के सामने भारत की सच्चाई छिपाने की कोई जरूरत नहीं है."
कांग्रेस ने शेयर किया था वीडियो
गौरतलब है कि राहुल गांधी इस समय भारत में नहीं हैं. फिलहाल वह एक सप्ताह के दौरे पर यूरोप गए हैं. इससे पहले कांग्रेस ने दिल्ली के वसंत विहार की एक झुग्गी बस्ती कुली कैंप का एक वीडियो शेयर किया था, जिसे जी20 शिखर सम्मेलन से पहले छिपा दिया गया था.
कुत्तों को बेरहमी से घसीटने का आरोप
इसके अलावा एक और अन्य वीडियो के जरिए कांग्रेस ने दावा किया था कि दिल्ली में जी20 के आयोजन से पहले कई सड़कों से कुत्तों को बेरहमी से घसीटा गया और पिंजरे में डाल दिया गया. वीडियो में दावा किया गया कि इन कुत्तों को भोजन और पानी नहीं दिया जा रहा है. इसके चलते वे अत्यधिक तनाव और भय का सामना कर रहे हैं. ऐसे में यह जरूरी है कि हम ऐसे भयावह कृत्यों के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं और इन बेजुबान पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करें.
यह मोदी स्टाइल का लोकतंत्र- जयराम रमेश
केंद्र सरकार की तरफ से की जा रही जी20 की तैयारियों को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने खामियां गिनाईं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया, "सरकार ने द्विपक्षीय बैठक के बाद मीडिया को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम मोदी से सवाल पूछने की अनुमति नहीं दी."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति बाइडेन की टीम का कहना है कि कई अनुरोधों के बावजूद भारत सरकार ने दोनों नेताओं की द्विपक्षीय बैठक के बाद मीडिया को बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछने की अनुमति नहीं दी. राष्ट्रपति बाइडेन अब 11 सितंबर को वियतनाम में मीडिया कर्मियों के सवालों के जवाब देंगे. यह हैरान करने वाली बात नहीं है. यह मोदी स्टाइल का लोकतंत्र है. First Updated : Saturday, 09 September 2023