India or Bharat: इंडिया या भारत को लेकर जारी घमासान पर बोले राहुल गांधी, कहा- 'सबका मतलब मोहब्बत'
India or Bharat: भारत और इंडिया नाम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी पार्टियों के बीच सियासी घमासान जारी है. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज बुधवार को इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी हैं.
हाइलाइट
- 'भारत, इंडिया या हिंदुस्तान, सबका मतलब मोहब्बत'
- एक साल पहले राहुल ने शुरू की थी भारत जोड़ो यात्रा.
- मंत्री परिषद की बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों को दी हिदायत.
India or Bharat Issue: भारत और इंडिया नाम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी पार्टियों के बीच सियासी घमासान जारी है. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज बुधवार, (6 सितंबर) को इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत, इंडिया या हिंदुस्तान, सबका मतलब मोहब्बत है. उनके द्वारा यह प्रतिक्रिया ऐसे वक्त आई है जब जी20 से संबंधित रात्रिभोज के निमंत्रण पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘प्रेसीडेंट ऑफ भारत’ के तौर पर संबोधित किए जाने को लेकर राजनीतिक विवाद हो रहा है.
'भारत, इंडिया या हिंदुस्तान, सबका मतलब मोहब्बत'
केंद्र सरकार पर विपक्ष ने यह आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी की सरकार देश के दोनों नामों ‘इंडिया’ और ‘भारत’ में से ‘इंडिया’ को बदलना चाहती है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘यूट्यूब’ पर अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से संबंधित वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘‘ भारत, इंडिया या हिंदुस्तान..., सबका मतलब मोहब्बत, इरादा सबसे ऊंची उड़ान.’’
एक साल पहले राहुल ने शुरू की थी यात्रा
गौरतलब है कि आज से एक साल पहले सात सितंबर 2022 को ही राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘‘भारत जोड़ो’’ यात्रा शुरू हुई थी. इसमें राहुल गांधी ने पार्टी के कई नेताओं के साथ 4,000 किलोमीटर से अधिक की पैदल यात्रा की थी और इस दौराऩ उन्होंने समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों से बातचीत की थी. यह यात्रा पिछले साल सात सितंबर को कन्याकुमारी से आरंभ हुई थी, जो इस वर्ष 30 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त हुई थी. यह यात्रा 145 दिन चली थी.
प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को दी हिदायत
भारत और इंडिया नाम को लेकर चल रहे विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्री परिषद की बैठक में बुधवार (6 सितंबर) को मंत्रियों को कुछ न बोलने की हिदायत दी है. सूत्रों ने ये जानकारी दी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 'प्रेसीडेंट ऑफ भारत' के तौर पर संबोधित किया गया है. विपक्षी दलों ने 'प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया' की जगह 'प्रेसीडेंट ऑफ भारत' लिखे जाने पर आपत्ति जताई है. विपक्ष ने दावा किया कि केंद्र सरकार विपक्षी गठबंधन इंडिया से डरकर देश का नाम बदलने में जुटी है.