राहुल ने लिखी स्पीकर को चिट्ठी, लोकसभा के रिकॉर्ड से भाषण काटे जाने पर बयां किया दर्द

Rahul Gandhi: लोकसभा में दिए गए राहुल गांधी के भाषण से एक बड़ा हिस्सा हटाए जाने पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला को एक चिट्ठी लिखी है. उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा है कि वह इस बात से बहुत शॉक्ड हैं कि उनके भाषण का एक बड़ा हिस्सा संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि, सदन के पटल पर लोगों की चिंताओं को उठाना प्रत्येक सदस्य का अधिकार है.

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Rahul Gandhi: लोकसभा में दिए गए राहुल गांधी के भाषण से एक बड़ा हिस्सा हटाए जाने पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नाराजगी जाहिर की है. विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को अपने हटाए गए भाषण को लेकर स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा और कहा कि यह संसदीय लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है. मिंडैट पर राहुल गांधी ने सत्तारूढ़ दल के नेताओं पर लोगों को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने का आरोप लगाया था, जिसका सत्ता पक्ष ने बड़े पैमाने पर विरोध किया था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहने के लिए कांग्रेस नेता की आलोचना की थी.

राहुल गांधी ने अपने पत्र में कहा

राहुल गांधी ने ओम बिरला को लिखी चिट्ठी मैं इसे जुलाई 2024 में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मेरे भाषण से निकाली गई टिप्पणियों और अंशों के संदर्भ में लिख रहा हूं. हालांकि मैं सभापति सदन की कार्यवाही से कुछ टिप्पणियों को हटाने की शक्तियों को समाप्त करता हूं, लेकिन शर्त केवल उन प्रकार के शब्दों की है, जिनकी प्रकृति सभा के प्रक्रिया और व्यवसाय के संचालन के नियमों के नियम 380 में निर्दिष्ट की गई है.

हालांकि, मैं यह देखकर स्तब्ध हूं कि जिस तरह से मेरे भाषण का काफी हिस्सा निष्कासन की आड़ में कार्यवाही से हटा दिया गया है. राहुल गांधी ने अपने पत्र में आगे लिखा है, मैं 2 जुलाई की लोकसभा की असंशोधित बहसों के प्रासंगिक अंश संलग्न कर रहा हूं. मैं यह कहने के लिए बाध्य हूं कि हटाए गए हिस्से नियम 380 के दायरे में नहीं आते हैं.

मैंने सदन में जो बताना चाहा वह जमीनी हकीकत है. तथ्यात्मक स्थिति सदन का प्रत्येक सदस्य जो उन लोगों की सामूहिक आवाज का प्रतिनिधित्व करता है उसे भारत के संविधान के अनुच्छेद 105(1) में निहित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. सदन के पटल पर लोगों की चिंताओं को उठाना प्रत्येक सदस्य का अधिकार है.

पत्र में अनुराग ठाकुर का किया जिक्र

राहुल गांधी ने लिखा कि,  मैं श्री अनुराग ठाकुर के भाषण की ओर भी ध्यान दिलाना चाहता हू जिनका भाषण आरोपों से भरा था. हालांकि, आश्चर्यजनक रूप से केवल एक शब्द ही हटाया गया है! आपके अच्छे स्व के प्रति उचित सम्मान के साथ यह चयनात्मक निष्कासन तर्क को अस्वीकार करता है. मेरा अनुरोध है कि कार्यवाही से निकाली गई टिप्पणियों को बहाल किया जाए.

राहुल गांधी का भाषण 

अपने भाषण के दौरान, गांधी ने पैगंबर मुहम्मद का हवाला देते हुए कहा कि कुरान निडरता की बात करता है. उन्होंने निर्भयता के महत्व को रेखांकित करने के लिए भगवान शिव, गुरु नानक और ईसा मसीह की तस्वीरें हाथ में लेते हुए हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख धर्म, ईसाई धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि देश के सभी धर्मों और महान लोगों ने कहा है "डरो मत. First Updated : Tuesday, 02 July 2024

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