Dhiraj Sahu: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू इन दिनों निशाने पर हैं. उनके घरों और ठिकानों से अकूत संपत्ति का खजाना मिला है. आलम ये है कि 4 दिन बाद भी नोटों की गिनती जारी है. इतना ही नहीं, 136 बैगों में भरे कैश की गिनती भी की जानी है. वहीं, कांग्रेस ने भी अपने नेता पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सांसद धीरज साहू के कारोबार से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. वहीं, पीएम मोदी ने भी इसे लेकर एक ट्वीट किया है.
अधिकारियों ने बताया कि परिसर में मिली अलमारियों के रैक में रखी नकदी 300 करोड़ से ज्यादा हो गई है. उनका कहना है कि यह किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में काले धन की सबसे बड़ी बरामदगी होगी. इस मामले को लेकर बहुत लोगों के रिएक्शन आ रहे हैं, इस बीच बीजेपी ने भी मामले पर चुटकी ली है.
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
छापेमारी के बाद से ही धीरज साहू हर तरफ से घिरते नजर आ रहे हैं. इस मामले के सामने आने के बाद से ही बीजेपी कांग्रेस पर लगातार निसाने साध रही है. इसी बीच पीएम मोदी ने भी मजाकिया अंदाज में ट्वीट करके चुटकी ली. पीएम ने अपने ट्वीट में लिखा कि देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें, जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह 'मोदी की गारंटी' है.
कांग्रेस ने किया किनारा
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने अधिकारिक सोशल मीडिया (X) पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'सांसद धीरज साहू के बिज़नेस से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. सिर्फ़ वही बता सकते हैं, और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए, कि कैसे आयकर अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है.
ये रिश्ता क्या कहलाता है- शहजाद पूनावाला
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने 'एक्स' पर लिखा कि दो लोकसभा चुनाव हारने के बाद धीरज साहू को तीन बार राज्यसभा क्यों भेजा गया? इस अवैध नकदी वसूली पर राहुल गांधी पूरी तरह से चुप हैं. क्यों? वह पैसा किसलिए था? यह रिश्ता क्या कहलाता?
कौन हैं धीरज साहू?
इस दिनों हर तरफ धीरज साहू का नाम चर्चा में हैं, सबके जहन में एक ही सवाल है कि आखिर कौन हैं धीरज साहू और उनके पास इतना पैसा कहां से आया? जानकारी के लिए आपको बता दें कि 23 नवंबर 1955 को रांची में धीरज प्रसाद साहू का जन्म हुआ था. वो एक कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखते हैं. इसके साथ ही साहू 2009 में राज्य सभा सांसद बने, इसके बाद 2010 में झारखंड से राज्य सभा के लिए चुने गए, और अब मई 2018 में राज्य सभा के लिए चुने गए थे. First Updated : Sunday, 10 December 2023