Rail Roko Protest: संयुक्त किसान मोर्चा ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत रविवार को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर में ट्रेनें रोकने का ऐलान किया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने भी ट्रेन रोको आंदोलन का समर्थन किया है. किसान नेताओं का आरोप लगाया है कि एक तरफ केंद्र सरकार आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी का नारा देती है और दूसरी तरफ लाखों टन दाल का आयात करती है.
इस बीच, किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी किसान फिरोजपुर, अमृतसर, रूपनगर और गुरदासपुर जिलों सहित पंजाब में कई स्थानों पर रेलवे पटरियों पर बैठेंगे. भारती किसान यूनियन (एकता उग्राहन), भारती किसान यूनियन (दकौंदा-धनेर) और क्रांतिकारी किसान यूनियन भी 'रेल रोको' आंदोलन में भाग लेंगे. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रेल रोको से पहले अंबाला में धारा 144 लागू कर दी गई है और पुलिस कई किसान यूनियन नेताओं के घर पहुंच रही है.
सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि रेल रोके जाने से यात्रियों को परेशानी होगी, लेकिन इस तारीख की घोषणा 3 मार्च को ही की गई थी. उन्होंने कहा कि हम यात्रियों से अपील करते हैं कि वे इन घंटों के दौरान रेलवे स्टेशनों पर इंतजार करें या दोपहर से पहले या शाम 4 बजे के बाद अपनी यात्रा का प्लान बनाएं.
शुभकरण सिंह की 21 फरवरी को कथित तौर पर गोली लगने से मौत हो गई थी. इसके साथ ही, सी2+50 के फॉर्मूले के अनुसार एमएसपी की गणना, कानूनी गारंटी के रूप में एमएसपी और अन्य मांगों के लिए विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) नेता जगित दल्लेवाल ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर दालों (अरहर, उड़द और मसूर), मक्का और कपास की गारंटीकृत खरीद की केंद्र की योजना को खारिज कर दिया था. First Updated : Sunday, 10 March 2024