Railway vs Pilot Union: कुछ दिन पहले राहुल गांधी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. यहां उन्होंने चालकों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना था. इसके बाद इसपर सियासत भी हुई. रेलवे के अधिकारी ने दावा किया था कि पायलट भारतीय रेलवे लॉबी के नहीं थे. वो कहीं बाहर से लाए गए थे. इसके साथ ही बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी सोशल मीडिया में पोस्ट कर राहुल गांधी पर तंज कसा था. अब इस पूरे मामले में रेल पायलट यूनियन का बयान आया है. इससे ऐसा लग रहा है जैसे राहुल गांधी के चक्कर में हो गया रेलवे vs पायलट यूनियन हो गया है. आइये जानें क्या है पूरा मामला?
नेता विपक्ष राहुल गांधी ने 5 जुलाई, शुक्रवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. यहां उन्होंने लगभग 50 लोको पायलट्स से मुलाकात की. हालचाल पूछने के साथ ही उन्होंने परेशानियां भी जानी थी. इसी के बाद से मामले में सियासत गरमाई हुई है.
रेल अधिकारी और बीजेपी नेताओं के बयान के बाद अप यूनियन का बयान सामने आया है. CPRO के बयान का विभिन्न लोको पायलट एसोसिएशनों ने खंडन किया. PTI के अनुसार, ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के दक्षिण जोन के अध्यक्ष आर. कुमारेसन ने कहा कहा है कि राहुल गांधी ने विभिन्न रेल डिवीजनों के लोको पायलटों से बातचीत की था. वो केवल दिल्ली के पायलट नहीं थे.
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने कहा था कि पायलट बाहर से थे. राहुल गांधी के साथ 7-8 कैमरामैन थे. लॉबी से बाहर आने के बाद उन्होंने कुछ लोगों के साथ चर्चा की जो हमारी लॉबी से नहीं थे. उनके पास 7-8 कैमरामैन थे. हालांकि, ऐसा लग रहा था कि वो कुछ शूट कर रहे हैं या रील बना रहे हैं.
राहुल गांधी के मुलाकात को लेकर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'ऐसा लगता है कि तीसरी बार असफल हुए राहुल गांधी दोपहर में लोको पायलटों से मिलने गए, उनके साथ आठ कैमरामैन और एक निर्देशक भी थे.आप उनकी गिनती कर सकते हैं...इससे भी अजीब बात ये है कि वे रियल लोको पायलटों से नहीं मिले. पूरी संभावना है कि वे पेशेवर अभिनेता थे, जिन्हें उनकी टीम ने बुलाया था.'