Indian Railways: सरकार ने रेलवे के लिए अब तक का सबसे बड़ा बजट दिया है. रेलवे को मजबूत बनाने और नई सुविधाएं लाने के लिए सरकार ने 2,62,200 करोड़ रुपये कैपेक्स के तौर पर दिए हैं. ग्रॉस बजटरी सपोर्ट 2,52,200 करोड़ रुपये है. यह रकम 2023-24 के बजट में 2.40 लाख करोड़ रुपये थी. सरकार का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएंगी.
रेलवे सुविधा बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में रेलवे कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने की योजना बनाई है. इसमें, इंफाल, आइजोल, को कोहिमा शामिल हैं. जिससे इन क्षेत्रों में यात्रा करने में लोगों को ज्यादा समय न लगे.
सीपीआरओ सब्यसाची ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में कई रेलवे लाइन बनकर तैयार होने वाली हैं, पूर्वोत्तर में सबसे पूर्वी हिस्से की ओर म्यांमार के लिए कनेक्टिविटी के लिए, हमारे पास इंफाल से मोरेह कनेक्टिविटी की परियोजना है. इसके साथ ही बांग्लादेश से कनेक्टिविटी के लिए हमारे पास कई परियोजनाएं हैं.
डीपीआरओ सब्यसाची ने कहा कि आगे चलकर हमारे पास ऐसा परियोजनाएं होंगी जो आंतरिक रूप से जुड़ेगी, हम सीमावर्ती क्षेत्रों को भी जोड़ेंगे. मोरेह परियोजना अभी सर्वेक्षण चरण में हैं. आगे उन्होंने ये भी कहा कि पूर्वोत्तर में 18 परियोजनाएं चल रही हैं जिसमें कुल खर्च लगभग 74,000 करोड़ रुपये है, जिसमें से हम पहले ही लगभग 40,000 करोड़ निवेश खर्च कर चुके हैं
एनएफ रेलवे के सीपीआरओ ने कहा कि मिजोरम परियोजना लगभग बनकर तैयार हो चुकी है. इसके साथ ही बैराबी से सैरांग तक परियोजना का 93 प्रतिशत काम हो चुका है. ये परियोजना अगले वित्तीय साल में पूरी हो जाएगी. इस साल हम पहला ब्लॉक सेक्शन खोलने की उम्मीद कर रहे हैं, जो बैराबी से होर्टोकी है. एर अरुणाचल प्रदेश परियोजना, मुरकोंगसेलेक से पासीघाट लाइन पर काम चल रहा है और इसी तरह, सरुपथर-बामे सेक्शन डीपीआर चरण में है. तवांग कनेक्टिविटी परियोजना भी है और ये परियोजना सर्वेक्षण चरण में है. सर्वेक्षण पूरा हो जाने के बाद हमें मंजूरी मिल जाएगी.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज के बजट से रेलवे को बूस्ट मिला है. रेलवे लो इनकम मिडिल क्लास की सवारी है, अभी जनरल ट्रेवल की डिमांड बढ़ी है. 700 करोड़ लोगो ने रेल से ट्रेवल किया है. चालू वित्त वर्ष में 2500 जनरल कोच के निर्माण का फैसला लिया गया, बाद में 10000 कोच का निर्णय लिया गया आज बजट में इसका सैंक्शन हुआ. कवच 4. 0 का भी अप्रूवल हुआ है। UPA के दौरान 4,11,000 रेलवे नौकरियां दी गयी. मोदी सरकार ने 20% ज्यादा 5,00,000 नौकरियां रेल में दी. रेलवे में जॉब का एनुअल कैलेंडर बना है, इस वर्ष करीब 39,000 रेलवे जॉब दी जाएंगी.