24 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, हिमाचल में 100 सड़कें बंद, 22 शव हुए बरामद
Weather Update: उत्तर भारत में एक बार फिर से मानसून सक्रिय हो गया है. उत्तराखंड से लेकर हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ जिसमें कई परिवारों की जान चली गई. मौसम विभाग ने 24 राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है. हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में दारचा-शिंकुला मार्ग पर शुक्रवार देर रात बादल फटने से नाले में बाढ़ आ गई. कटक में 24 घंटे में 317 मिमी बारिश हुई.
Weather Update: देश के ज्यादातर राज्यों में अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग ने गुरुवार 8 अगस्त को 24 राज्यों में भारी बारिश की बात कही है. ओडिशा में भी बारिश जारी है. 7 अगस्त को कटक में कटक के बांकी में 317 मिमी बारिश दर्ज की गई. वहीं, ओडिशा के 5 अन्य जिलों में 121 से 196 मिमी के बीच बारिश हुई.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश होने के चलके 100 सड़कें बंद करनी पड़ी,त जिसके चलते कई लोगों का यातायात करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. इसके अलावा लोगों को जरूरी काम से ही बाहर निकलने के लिए कहा है.
हिमाचल प्रदेश में हालत खराब
हिमाचल प्रदेश मेंबुधवार को भी लैंडस्लाइड के कारण राज्य की 100 से ज्यादा सड़कें बंद हैं. इसमें मंडी में 37, शिमला में 29, कुल्लू में 26, कांगड़ा में 6, किन्नौर-लाहौल-स्पीति में 4-4, सिरमौर में 2 और हमीरपुर में 1 सहित कुल 109 सड़कें बंद हैं. वहीं, कुल्लू-मंडी में बादल फटने के बाद बहे 22 लोगों के शव मिले। 30 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है. इनमें से 25 लोग शिमला के समेज गांव हैं.
राजस्थान के मरुस्थल में लूणी नदी का पानी पहुंचा
पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में पिछले तीन दिन की बारिश के बाद रेगिस्तान में सूखी पड़ी लूणी नदी में भी पानी आ गया. बुधवार सुबह अजमेर और जोधपुर से होते हुए ये नदी बाड़मेर के रेगिस्तानी इलाके में पहुंची तो लोग नाचने लगे. लगातार दूसरे साल जब इस नदी में पानी आया तो लोगों ने चुनरी ओढ़ाकर और पूजा अर्चना कर स्वागत किया.राजस्थान की गंगा भी कही जाने वाली लूणी नदी अजमेर के नाग पहाड़ी से निकलती है. राज्य के 9 जिलों से होती हुई ये नदी गुजरात पहुंचकर अरब सागर में मिल जाती है
उत्तर प्रदेश के 66 जिलों में लगातार बारिश
उत्तर प्रदेश के लखनऊ-गोरखपुर समेत 66 जिलों में कई घंटे लगातार बारिश हुई। मुरादाबाद में इतनी बारिश हुई कि रेल ट्रैक पानी में डूब गया. पीलीभीत में सड़क बह गई. बिजनौर के एक गांव में मगरमच्छ घुस गया. प्रयागराज में गंगा का पानी 1200 घरों में भर गया. संगम के लेटे हनुमान मंदिर तक गंगा का पानी पहुंच गया। वाराणसी में 50 से ज्यादा घाट गंगा में डूब गए हैं.