Rajasthan: संवेदना, स्वाभिमान और दया ही वो भाव है जिससे मानवता या इंसानियत का निर्माण होता है. मानवता या इंसानियत ही वो गुण हैं जो किसी भी इंसान को संसार के अन्य जीवों से अलग बनाता है. लेकिन जब व्यक्ति के अंदर से यही मानवता खत्म हो जाती है तो वह संसार का सबसे खूंखार, दुर्दांत और घातक जानवर बन जाता है. राजस्थान से एक ऐसा वाक्या सामने आया है जो किसी को भी भीतर तक हिला कर रख देगा.
राजस्थान के जोधपुर जिले से बुधवार को एक ऐसी खबर आती है जो पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला कर रख देती है. घटना में 6 महीने की बच्ची समेत एक ही परिवार के 4 लोगों को वीभत्स तरीके से मौत के घाट उतार दिया जाता है. बुधवार को घर के आंगन से चारों की जली हुई लाश बाहर निकाली जाती है.
परिवार के चार लोगों को उतारा मौत के घाट
मामला मुख्यमंत्री गहलोत के जिले जोधपुर का है जहां ओसियां इलाके के चौराई गांव में पूरा परिवार कथित आपसी रंजिश का शिकार हो गया. परिवार के दो मुखिया दंपत्ति घर से बाहर सो रहे था. तभी बदमाशों ने उनपर धावा बोल दिया. बदमाशों के प्रहार को 60 साल के पुनाराम संभाल न सके. बदमाशों ने सबसे पहले पुनाराम और उनकी पत्नी भंवरी देवी (55) का गला रेतने का प्रयास किया फिर घसीट कर घर के अंदर फेंक दिया.
छह महीने के बच्चे को भी नहीं बख्शा
बुजुर्ग दंपत्ति के घर पर उनकी 25 वर्षीय बहू और 6 महीने का पोता भी सो रहा था. उन निष्ठुर दानवों ने मात्र 6 महीने के बच्चे पर भी रहम नहीं किया और झोपड़ी में आग लगा दी. घर धूं-धूं कर जलने लगा और चार जिंदा लोग काल के मुंह में समाते चले गए.
गांव के लोगों ने बुझाई आग
जब तक झोपड़ी से निकलते धुंए को देखकर गांव के आस-पास रहने वाले लोग वहां पहुंच पाते तब तक वो चारो तड़प-तड़प कर अपनी जान गंवा चुके थे. ग्रामीणों ने मिट्टी और पानी डालकर आग पर काबू पाया लेकिन अफसोस कि अंदर से सिर्फ चार जले हुए शव ही निकाले जा सके.
प्रशासन ने शुरू की जांच
आग बड़ी थी इसलिए पुलिस से लेकर कलेक्टर और विधायक तक इसका धुंआ पहुंचा. पुलिस ने कहा मामला हत्या का लग रहा है, आगे के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और जल्द ही कार्रवाई होगी. जिला स्तर के अधिकारी और स्वयं कलेक्टर साहब मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना स्थल पर पहुंचे. एसपी ने कहा कि एफएसएल टीम ने मौके से सबूत इकट्ठा किए हैं. पहली नजर में तो मामला हत्या के बाद जलाने का नजर आ रहा है बाकी का खुलासा रिपोर्ट आने के बाद होगा.
विधायिका खुद डरी हुईं हैं
क्षेत्रीय विधायिका ने इस मामले के संबंध में आला अधिकारियों से बातचीत तो की लेकिन मीडिया के सवाल पर उन्होंने खुद को असुरक्षित बता दिया. ओसियां की विधायक दिव्या मदरेणा ने कहा वे खुद महफूज़ नहीं हैं. उनकी गाड़ी पर 20-20 लोग हमला कर देते हैं, हमला पुलिस की सुरक्षा के बीच हुआ लेकिन फिर भी अभी तक आरोपी पकड़े नहीं गए. हालांकि उन्होंने इस मामले को विधानसभा में उठाने की बात कही है.
ताऊ का बेटा हिरासत में
पुलिस की शुरुआती जांच की मानें तो मामला आपसी रंजिश का नजर आता है. पुलिस ने इस मामले में मृतक के ताऊ के बेटे पप्पू राम के हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि ये हत्या जमीनी विवाद और घर की आपसी दुश्मनी के चलते हुई है. पहले कुल्हाड़ी से चारों को काटा गया और फिर आग लगा दी गई.
भाजपा ने सरकार पर साधा निशाना
भाजपा से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस मामले में सरकार को घेरा है. बता दें कि इस जिसे से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आते हैं. क्षेत्रीय विधायिका को अपने ही क्षेत्र में डर लग रहा है. इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है कि किसी राज्य में जनप्रतिनिधि से लेकर आम जनता तक डरी सहमी हो.
First Updated : Wednesday, 19 July 2023