Bhil Pradesh Mukti Morcha Rally: लोकसभा चुनाव के दौरान बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मंगलसूत्र को लेकर दिए बयान पर काफी विवाद हुए. अब एक बार फिर से  गुरुवार को मानगढ़ धाम पर भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा की रैली से से नई चर्चा को जन्म दे दिया. सांस्कृतिक महारैली में मंगलसूत्र और हिंदुओं के त्योहारों को लेकर बात हुई. आदिवासी नेता ने हिंदू त्यौहारों को लेकर भी आपत्ती जताई है.

आदिवासी परिवार के संस्थापक सदस्य मेनका डामोर ने कहा कि आदिवासी हिंदू नहीं है.  पिछले कई दिनों से आदिवासी हिंदू है या नहीं इसको लेकर कई तरह के बयान सामने आ रहे हैं. उनकी संस्कृति और हमारी संस्कृति अलग-अलग है. इसलिए वह न तो मंगलसूत्र पहनती हैं और ना ही सिंदूर लगती हैं. वो कोई व्रत और त्यौहार भी नहीं मनाती है. इसलिए सभी को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए.

अब ये नया विवाद इस महारैली में खड़ा हो गया है. डामोर ने सरकारी विद्यालयों में होने वाले हिंदू देवी देवताओं के उत्सवों और त्योहारों के आयोजन पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि विद्यालय में केवल पढ़ाई होनी चाहिए और कोई काम नहीं होना चाहिए.