Famous Indian Masala: नेपाल, हांगकांग और सिंगापुर ने बाद अब भारत में भी फेमस भारतीय मसाले एमडीएच और एवरेस्ट मसाले में हानिकारक पदार्थ पाए गए हैं. दरअसल, राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार को जानकारी दी है कि उसने एमडीएच और एवरेस्ट के कुछ लोकप्रिय ब्रांड के मसालों को परीक्षण के बाद खाने के लिए " असुरक्षित " पाए गए हैं. जिसका इस्तेमाल करने से कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है.
फेमस मसाले एमडीएच और एवरेस्ट मसालों पर सवाल फिर से खड़ा हो गया है. राजस्थान में दो मसालों संदिग्ध पाएं गए हैं. इसको लेकर एक चिट्ठी भी वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी शुभ्रा सिंह की ओर भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण को भेजी गई है.
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, एमडीएच, एवरेस्ट, गजानंद, श्यान, और शीबा ताज़ा ब्रांड के मसालों के सैंपल पर शोध किया गया. उस शोध में पाया गया कि ये कीटनाशक निर्धारित कैमिकल पाए जाने के बाद एमडीएच, एवरेस्ट समेत पांच कंपनियों के मसालों के सैंपल फेल हो गए है. राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने मसालों के स्टॉक को सीज करने का निर्णय लिया है.
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि एमडीएच, एवरेस्ट, गजानंद, श्यान, और शीबा ताज़ा ब्रांड के मसालों का सैंपल टेस्ट किया गया. श्यान गरम मसाले में एसिटामिप्रिड, शीबा ताज़ा के रायता मसाला में थियामेथोक्सम और एसिटामिप्रिड, गजानंद पिकल मसाले में एथिओन, एवरेस्ट का जीरा मसाला में एज़ोक्सीस्ट्रोबिन और थियामेथोक्साम के कण पाए गए हैं. जांच टीम ने टेस्ट के बाद खुलासा किया कि इन मसालों में तय सीमा से ज्यादा पेस्टिसाइड का इस्तेमाल किया जा रहा है.
मसालों में कैमिकल पाए जाने के बाद गुजरात और हरियाणा के खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने पत्र लिखकर इन ब्रांड्स पर जल्द से जल्द एक्शन लेने और कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने अपने पत्र लिखकर दिया है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी को भी इस पर पड़ताल करने का आहवाह्न किया है. First Updated : Friday, 14 June 2024