Vaibhav Gehlot In ED Office: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंच गए है. सोमवार को जांच एजेंसी ने फेमा मामले में पूछताछ करने के लिए वैभव को तलब किया है. 26 अक्टूबर ईडी ने राजस्थान में कई ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में छापेमारी की थी. इसके बाद सीएम गहलोत के बेटे को समन भेजकर पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया था.
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि वैभव गहलोत ईडी दफ्तर पहुंच गए हैं. ईडी ने उन्हें गुरुवार को समन जारी किया था. जानकारी के मुताबिक, कुछ महीने पहले जांच एजेंसी ने मुंबई स्थित एक कंपनी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की थी. कंपनी के निदेशक को कथित तौर पर वैभव गहलोत का बिजनेस पार्टनर बताया जाता है. ईडी का कहना है कि मुंबई स्थित फर्म ने शेयरों की शेयर को खरीदने और बेचने में फेमा प्रावधानों का उल्लंघन किया है. जबकि वैभव गहलोत ने ईडी के दावों को खारिज किया है.
जांच एजेंसी ने वैभव गहलोत को आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 131(1), सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 की धारा 30 और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (FEMA 1999) की धारा 37(1) और (3) के अंतर्गत समन भेजा था. ईडी मुख्य तौर पर तीन अधिनियमों - पीएमएलए, फेमा व एफईओए के तहत जांच करती है. विदेशी मुद्रा लेनदेने फेमा अधिनियम के अन्तर्गत होता है. इसका उल्लंघन करने पर ईडी ये कार्रवाई कर रही हैं.
बेटे को समन जारी किए जाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, "अब आप समझ सकते हैं, जो मैं कहता आ रहा हूं कि राजस्थान के अंदर ईडी की रेड रोज इसलिए होती है क्योंकि भाजपा ये नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके." First Updated : Monday, 30 October 2023