'अगर पाकिस्तान ने नई दिल्ली के साथ मैत्रीपूर्ण...', बांदीपुरा में बरसे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
Rajnath Singh: जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा जिले में के चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर जमकर बरसे. सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने नई दिल्ली के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखे होते तो भारत पाकिस्तान को आईएमएफ से मांगे गए पैकेज से भी बड़ा बेलआउट पैकेज देता.
Rajnath Singh: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दो चरणों के मतदान सम्पन्न हो चुके हैं. इस बीच अब राजनीतिक दलों का ध्यान तीसरे चरण के मतदान पर है. ऐसे में सभी दल बड़ी-बड़ी चुनावी जनसभा कर जनता के मत को साधने में लग चुके हैं. इस बीच आज यानी रविवार बांदीपुरा जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई. केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने नई दिल्ली के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखे होते तो भारत पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से मांगे गए पैकेज से भी बड़ा बेलआउट पैकेज देता.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अपने संबोधन में केंद्रीय रक्षा मंत्री ने आगे कहा, 'मोदी जी ने 2014-15 में जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा की थी जो अब 90,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. यह राशि पाकिस्तान द्वारा आईएमएफ से (बेलआउट पैकेज के रूप में) मांगी गई राशि से कहीं अधिक है.'
'अटल बिहारी वाजपेयी के कथन का भी किया जिक्र'
इस बीच केंद्रीय मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के इस कथन का जिक्र करते हुए कि 'हम दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं बदल सकते'. राजनाथ सिंह कहा, 'मैंने कहा, 'मेरे पाकिस्तानी दोस्तों, हमारे बीच तनावपूर्ण संबंध क्यों हैं, हम पड़ोसी हैं. अगर हमारे बीच अच्छे संबंध होते तो हम आईएमएफ से ज्यादा पैसा देते.' सिंह ने कहा कि केंद्र जम्मू-कश्मीर को विकास के लिए धन देता है जबकि पाकिस्तान लंबे समय से वित्तीय सहायता का दुरुपयोग कर रहा है.
'आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान अन्य देशों से मांगता है पैसे'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंक की फैक्ट्री चलाने के लिए दूसरे देशों से पैसे मांगता है. राजनाथ सिंह ने आगे कहा, "जब घाटी में "इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत" को बहाल करने का वाजपेयी का सपना साकार होगा, तब कश्मीर फिर से धरती का स्वर्ग बन जाएगा.
'आतंकवाद में मिला पाकिस्तान का हाथ'
उन्होंने कहा, 'जब भी हमने आतंकवाद की जांच की है, हमें पाकिस्तान का हाथ मिला है. हमारी लगातार सरकारों ने पाकिस्तान को यह समझाने की कोशिश की है कि उन्हें आतंकी शिविर बंद करने चाहिए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पाकिस्तान हताश है और आतंक को फिर से जीवित करने की कोशिश कर रहा है.' सिंह ने कहा कि वे नहीं चाहते कि यहां लोकतंत्र जड़ें जमाए. (लेकिन) भारत इतना मजबूत है कि वह अपनी धरती पर पाकिस्तान का मुकाबला कर सकता है. अगर पाकिस्तान में कोई भी भारत पर हमला करता है, तो हम क्रॉस-क्रॉस कर सकते हैं और जवाब दे सकते हैं.'