राजनाथ सिंह का बयान सुन पाकिस्तान को लगेगी मिर्ची, क्या पीओके लेकर रहेगा भारत?

मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कश्मीर पहुंचे, जहां उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के बिना "अधूरा" है. इस दौरान उन्होंने आतंकवाद को लेकर सख्त चेतावनी भी दी.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के बिना "अधूरा" है. उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि वह वहां आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों का संचालन बंद करे. 

एएनआई के अनुसार, राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर के अखनूर में आयोजित 9वें सशस्त्र बल वेटेरन डे कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर पीओके के बिना अधूरा है. पीओके पाकिस्तान के लिए एक विदेशी क्षेत्र से अधिक कुछ नहीं है. यह इलाका आतंकवाद के कारोबार का केंद्र बन चुका है, जहां आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर चलाए जा रहे हैं. पाकिस्तान को इन शिविरों को समाप्त करना होगा."

अखनूर में लड़ा गया युद्ध 

राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि अगर तत्कालीन लाल बहादुर शास्त्री सरकार 1965 में सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने के लिए दृढ़ निर्णय लेती, तो यह समस्या बहुत पहले सुलझ सकती थी. उन्होंने बताया, "भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में अखनूर में युद्ध लड़ा गया था, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के प्रयासों को विफल कर दिया था. पाकिस्तान ने 1965 से अवैध घुसपैठ और आतंकवाद को बढ़ावा देना शुरू कर दिया. यदि उस समय सीमा पार आतंकवाद को खत्म किया गया होता, तो आज हम इस समस्या का सामना नहीं कर रहे होते."

राजनाथ सिंह ने भारतीय मुस्लिम समुदाय के योगदान की सराहना करते हुए कहा, "हमारे मुस्लिम भाइयों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हुए अपनी जानें दी हैं. भारत में घुसपैठ करने वाले 80 प्रतिशत आतंकवादी पाकिस्तान से आते हैं." उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में कश्मीर और पूरे देश के बीच की खाई को पाटना है. हमारे लिए यह जरूरी है कि जम्मू-कश्मीर के लोग देश के बाकी हिस्सों के साथ समान रूप से जुड़ें."  

उमर अब्दुल्ला ने भूतपूर्व सैनिकों को किया सलाम

कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी अपनी बात रखी और सेना के भूतपूर्व सैनिकों के योगदान को सलाम किया. उन्होंने कहा, "आप लोगों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है और अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम आपकी सेवा करें. हम सुनिश्चित करेंगे कि आपको सभी योजनाओं के तहत बिना किसी रुकावट के सहायता मिले." 

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14 January 2025, 04:18 PM IST

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