मैं नंगे पांव भाग रहा था आतंकी मेरे पीछे फायरिंग कर रहे थे...राजौरी में हुए हमले की जवान ने सुनाई आपबीती

Rajouri Attack: सोमवार को जम्मू संभाग के राजौरी जिले में कुछ आतंकी छुट्टी पर आए प्रादेशिक सेना के जवान के घर में घुसकर उन्हें किडनैप करने के मनसे से आए थे. लेकिन जवान ने बहादुरी दिखाते हुए उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया. ब जवान ने आपबीती सुनाई है.

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Edited By: JBT Desk

Rajouri Attack: जवान लाल हुसैन ने सोमवार रात की पूरी घटना का वर्णन किया. उन्होंने बताया कि आतंकवादी उन्हें बंदूक की नोक पर ले जाने का प्रयास किया. हालांकि, निहत्थे होने के बावजूद जवान ने उन्होंने वीरता दिखाई और आतंकवादी की राइफल छीनने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो पाए. इसके बाद आतंकवादी उनके भाई को मार डाला.

जम्मू विभाग के राजौरी जिले में घुसे आतंकवादी एक घर में घुसना चाहते थे, जो कि एक छुट्टी पर थे भारतीय सेना के सैनिक को किडनैप करना चाहते थे. आतंकवादी ने सैनिक को बंदूक की नोक पर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन जवान ने वीरता दिखाई और अपनी जान बचाने में कामयाब हो गए लेकिन आतंकियों ने उनके भाई को मार डाला.

सेना के जवान बनकर घर में घुसे थे आतंकी

लाल हुसैन ने कहा कि मैं और मेरा भाई रज्जाक राजौरी अपने घर छुट्टी पर पहुंचे थे. भाई अपनी सरकारी ड्यूटी पर चला गया और मैं वहीं पर रुक गया. शाम को हम दोनों थन्ना मंडी के कुंडा टाप गांव में अपने घर पहुंचे खाना खाए उसके बाद अपना फोन चार्ज में लगा दिया. उसके बाद हमारे घर हमारे एक पड़ोसी  हमारे घर आकर बोला कि सेना के दो जवान आपसे मिलने आए हैं. लाल हुसैन ने आगे कहा कि जैसे ही उसने बाहर देखा तो समझ गया कि ये सेना के जवान नहीं बल्कि आतंकी है.

काले कपड़े पहने थे आतंकी

इसके बाद लाल हुसैन ने बताया कि उसका भाई रज्जाक बाहर निकला और उसने कहा कि लाल हुसैन घर पर नहीं है जिसके बाद आतंकी घर में चले आए. घर में आने के बाद वे कहते हैं कि पास के स्कूल में हमारी टुकड़ी आई है और 15 जवानों के लिए खाना चाहिए. इसके बाद उन्होंने कहा ठीक है खान का प्रबंध हो जाएगा, इसके तुरंत बाद एक आतंकी ने लाल हुसैन के पीछे राइफल रख दी और कहा कि चुपचाप साथ चलो. इसके बाद जवान ने उनसे राइफल छीनने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो पाए. इस दौरान एक आतंकी गिर पड़ा और घर से बाहर निकल गया इसी बीच आतंकियों ने उनके भाई पर गोलियां चला दी जिससे उनकी मौत हो गई.

मेरी चप्पल उतर गई, मैं एक से डेढ़ किलोमीटर तक दौड़ता रहा और दो आतंकी मेरे पीछा करते हुए फायर करते रहे। मैं किसी तरह से शाहदरा शरीफ चौकी पर पहुंचा। वहां पर मैंने पट्टी करवाई और पूरी घटना की जानकारी दी।

डेढ़ किलोमीटर तक आतंकियों ने किया जवान का पीछा

इस अफरा तफरी में जवान के पैर से चप्पल उतर गई और भाग गया. इस दौरान लगभग डेढ़ किलोमीटर तक आतंकी उनके पीछे दौड़ते रहे और गोलिया चलाते रहें. हालांकि वह आतंकियों के चंगुल से किसी तरह बच के निकल गए और शरीफ चौक पहुंचे जहां उन्होंने पट्टी करवाई और घटना की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस सेना व अन्य सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे. उन्होंने आगे बताया कि जब वह घर पहुंचे तब तक सब खत्म हो चुका था. इस घटना में उनका भाई मारा गया जिससे वह बेहद सदमे हैं. उन्होंने बताया कि उनके पिता को भी आतंकियों ने इसी तरह मार दिया था.

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24 April 2024, 06:40 AM IST

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