NDA vs INDIA: 9 राज्य की 12 सीटें, राज्यसभा चुनाव में कौन मारेगा बाजी समझे समीकरण

Rajya Sabha Election: अगले महीने यानी सितंबर में राज्यसभा के लिए 9 राज्यों की 12 सीटों पर चुनाव होना है. इसके लिए अभी से गुणा भाग लगाया जाने लगा है. इन 12 सीटों पर चुनाव से पहले 7 पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा था. कांग्रेस के पास 2 और BRS, BJD, RJD के पास 1-1 सांसद थे. अब लोकसभा चुनाव और 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद समीकरण थोड़े बदल गए हैं. आइये लोकसभा चुनाव से पहले ये पूरे समीकरण

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Rajya Sabha Election: देश में आम चुनाव के बाद और तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले 9 राज्यों की 12 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. इससे पहले ही सियासी जानकर पेन-कॉपी लेकर राजनीति की गणित का गुणा-भाग सुलझा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ सियासी दल इसके लिए तैयारी में लग गए हैं. अभी तक 12 सीटों में से 7 बीजेपी के पास थी. वहीं कांग्रेस का 2 पर कब्जा था. जबकि, 1-1 सीट पर BRS, BJD, RJD के सांसद हुआ करते थे. विधानसभा चुनाव के बाद अब समीकरण बदल गए हैं. ऐसे में आइये हम यहां समझते हैं एक बार फिर होने जा रही NDA vs INDIA की लड़ाई में किसके पास कितनी सीटें आने की उम्मीद है. क्या कह रहे हैं समीकरण?

राज्यसभा की 12 सीटों पर तीन सितंबर को मतदान होना तय हुआ है. इसमें असम, बिहार और महाराष्ट्र की दो-दो सीटों के साथ ही हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना और ओडिशा की एक-एक सीट शामिल हैं. एक खास बात ये कि ये चुनाव निवर्तमान सदस्यों की बची अवधि के लिए होगा. क्योंकि, लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए इन 12 सदस्यों ने राज्यसभा से इस्तीफा दिया है. मतलब की इनका कार्यकाल  2025 से 2028 के बीच खत्म हो जाएगा.

कहां और क्यों खाली हुईं सीटें

राज्य सांसद कहां जीता चुनाव
असम कामाख्या प्रसाद जोरहाट
  सर्वानंद सोनोवाल डिब्रूगढ़
बिहार मीसा भारती पाटलिपुत्र
  विवेक ठाकुर नवादा
हरियाणा दीपेंद्र हुड्डा रोहतक
मध्य प्रदेश ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना
महाराष्ट्र पीयूष गोयल मुंबई उत्तर
  उदयन राजे भोसले सतारा
राजस्थान केसी वेणुगोपाल अलप्पुझा
त्रिपुरा बिप्लब देव वेस्ट त्रिपुरी
तेलंगाना केशवराव कांग्रेस में शामिल
ओडिशा ममता मोहंता अभी इस्तीफा दिया है

अब समझिए समीकरण

असम का समीकरण

असम की 2 सीटें बीजेपी नेता सर्बानंद सोनेवाल के डिब्रूगढ़ और बीजेपी नेता कामाख्या प्रसाद तासा ने असम की जोरहाट से चुनाव जीतने से खाली हुई है. राज्य में 126 सीटों में से 60 पर बीजेपी का कब्जा है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि दोनो सीट बीजेपी को मिल जाएंगी.

बिहार का समीकरण

राज्य की 2 राज्यसभा सीटें आरजेडी की मीसा भारती ने पाटलिपुत्र और बीजेपी के विवेक ठाकुर के नवादा से चुनाव जीतने के कारण खाली हुई है. राज्य की 243 विधानसभा सीटों में से NDA के पास 125 (BJP-78, JDU- 44, HAM-3) विधायक हैं. वहीं INDIA के 111 (RJD-77, कांग्रेस-19, CPI-15) विधायक हैं.  दो निर्दलीय और AIMIM के पास एक विधायक है. चार सीटें खाली हैं. गठबंधन की पार्टियों के बीच 14 सीटों के अंतर के कारण क्रॉस वोटिंग की आशंका है.

हरियाणा के समीकरण

राज्य का एक सीट कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने रोहतक से चुनाव जीतने के कारण खाली हुई है. यहां की 90 विधानसभा सीटों में से BJP पास 41 और HLP के पास एक विधायक के साथ 5 निर्दलीय सदस्य हैं. विपक्ष में कांग्रेस के पास 29 और जेजेपी के पास 10 विधायकों के साथ इंडियन नेशनल लोकदल के पास एक विधायक है. राज्य की 3 सीटें खाली हैं. इस कारण यहां बीजेपी को फायदा होता नजर आ रहा है.

मध्य प्रदेश का समीकरण

बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुना सीट से लोकसभा चुनाव जीतने के कारण एक सीट खाली हुई है. राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के पास 163 और कांग्रेस के पास 66 और बाप के पास एक सीट है. ऐसे में यहां बीजेपी का जीतना तय है.

महाराष्ट्र के समीकरण

राज्य की 2 सीटें पीयूष गोयल    के मुंबई उत्तर और उदयन राजे भोसले के सतारा से चुनाव लड़ने के कारण खाली हुई है. प्रदेश की 288 विधानसभी सीटों में से NDA के 211 विधायक हैं. इसमें बीजेपी के 103, एनसीपी (अजित पवार) के 40, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के 38 MLA हैं. MVA में कांग्रेस के 37, शिवसेना (यूबीटी) के 15 और एनसीपी (शरद पवार) के 12 मेंबर हैं. बाकी सदस्य अन्य दलों के हैं. अगर गठबंधन का मामला सही रहा तो बीजेपी को लाभ होगा.

राजस्थान का समीकरण

केसी वेणुगोपाल ने केरल की अलप्पुझा से चुनाव जीता है. ऐसे में राजस्थान में एक सीट खाली हो गई. राज्य के 200 विधायकों में से BJP के 114 और कांग्रेस के 66 मेंबर हैं. BSP-2, BAP-3 और LGP के पास 1 विधायक है. जबकि, 8 निर्दलीय हैं और 6 सीटें खाली हैं. ऐसे में यहां बीजेपी के जीतने के चांस पक्के हैं.

त्रिपुरा के समीकरण

बीजेपी नेता बिप्लब देव के वेस्ट त्रिपुरी से चुनाव जीतने के कारण ये एक सीट खाली हुई है. राज्य के 60 में से 32 विधायक बीजेपी के पास हैं. वहीं कांग्रेस और लेफ्ट एलायंस के पास 14 सीटें और 13 सीटें टिपरा मोथा पार्टी के पास हैं. इसलिए यहां भी बीजेपी की जीत होते दिख रही है.

तेलंगाना के समीकरण

यहां की एक सीट केशव राव के कांग्रेस में शामिल होने कारण खाली हुई है. राज्य की 119 सीटों में से कांग्रेस के पास 65 विधायक हैं. वहीं BRS के पास 38 और बीजेपी के पास 8 विधायक हैं. जबकि, ओवैसी की पार्टी के पास 7 और सीपीआई के पास 1 विधायक है. ऐसे में यहां का नंबर गेम कांग्रेस के फेवर में है.

ओडिशा का समीकरण

BJD की ममता मोहंता के इस्तीफा देने से सीट खाली हुई है. अभी उन्होंने कोई दल ज्वाइन नहीं किया है. राज्य की 147 में से 78 विधायक बीजेपी के पास हैं. वहीं BJD के पास 51 और कांग्रेस के पास 14 विधायकों के साथ वाम मोर्चा के पास 1 और 3 निर्दलीय 3 विधायक हैं. ऐसे में बीजेपी यहां मजबूत है.

क्या है शेड्यूल?

राज्यसभा सांसदों के इस्तीफे या लोकसभा चुनाव लड़ने के कारण ये सीट खाली हुई हैं. अब इनपर चुनाव के लिए नामांकन 14 अगस्त से शुरू हो रहे हैं. 3 सितंबर संबंधित राज्यों की विधानसभाओं में सुबह 9 बजे से 4 बजे तक मतदान होगा. उसी दिन शाम को काउंटिंग के बाद नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे.


First Updated : Friday, 09 August 2024