राकेश टिकैत बोले - सरकार के पास ED तो हमारे पास ट्रैक्टर, कल होगी संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक

Farmers Protest: पंजाब के किसान लगातार दिल्ली में कूच के लिए लगातार आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर फिलहाल किसान भारी संख्या में जुटे हुए हैं.

Sagar Dwivedi
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Farmers Protest: पंजाब के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली जाने का प्रयाश कर रहे हैं. दोनों ही स्थानों पर किसान और पुलिस के बीच टकराव चल रहा है. केंद्र सरकार के प्रस्ताव को मानने से इनकार के बाद किसान आज दिल्ली में कूच पर आमादा हैं. इस किसान नेता राकेश टिकैत का बड़ा बयान आया है. जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि अगर सरकार के पास ईडी है तो हमारे पास भी ट्रैक्टर हैं. 

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में मीडिया से बात करते हुए टिकैत ने कहा, 'यह आंदोलन जारी रहेगा, बातचीत से ही समाधान निकल सकता है... एसकेएम (संयुक्त किसान मोर्चा) कल बैठक करेगा और तय करेगा कि क्या करना है. उन्होंने आगे कहा,"हम सभी एक बड़े आंदोलन के तैयार हैं. सभी किसान नेता इकट्ठा हो रहे हैं. किसानों की समस्याओं के प्रति सरकार उदासीन दिखाई दे रही है."

इसके अलावा शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए प्रशासन ने भी सख्त कदम उठाए हैं. बताया जा रहा है कि हाईड्रोलिक क्रेन, JCB व बुलेटप्रूफ पोकलेन जैसी मशीनरी लाई गई है. बुधवार को खनौरी बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच तनाव देखने को मिला. पुलिस ने आज तीसरी बार आंसू गैस का इस्तेमाल किया. इतना ही नहीं खबर यह भी है कि इस दौरान 2 किसानों की मौत भी हो गई. हालांकि इस संबंध में हरियाणा पुलिस का कहना है कि किसानों के मरने की खबर महज अफवाह है. 

अफवाहों पर ध्यान ना दें: पुलिस

हरियाणा पुलिस ने ट्ववीट कर जानकारी देते हुए लिखा, "अभी तक की प्राप्त जानकारी के अनुसार आज किसान आंदोलन में किसी भी किसान की मृत्यु नहीं हुई है. यह मात्र एक अफवाह है. दाता सिंह-खनोरी बॉर्डर पर दो पुलिसकर्मियों तथा एक प्रदर्शनकारी के घायल होने की सूचना है जो उपचाराधीन है."

 

टोहाना में SI की मौत

इस बीच जानकारी मिली है कि टोहाना बॉर्डर पर तैनात हरियाणा पुलिस के SI विजय कुमार का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि ड्यूटी के दौरान उनकी तबियत अचानक खराब हो गई थी अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. खबरों के मुताबिक विजय कुमार पहले नूंह में ड्यूटी कर रहे थे लेकिन किसानों के प्रदर्शन की वजह से उन्हें फतेहाबाद बुलाया गया. यहां से उन्हें NH148B पर तैनात किया गया. यहां बॉर्डर लिफ्टिंग पार्टी पर ड्यूटी के दौरान उनके सीने में दर्द उठा था. जिसके बाद उनके घर वालों को इस बारे में जानकारी दी गई. यहां से विजय कुमार को रोहतक चले गए और वहीं पर उनकी मृत्यु हुई. 

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21 February 2024, 04:28 PM IST

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