Ayodhya Ram Mandir To Boost Tourism In UP: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की 'प्राण प्रतिष्ठा' के मद्देनजर पर्यटन में हुए बढ़ावा के कारण उत्तर प्रदेश को इस वर्ष ₹4 लाख करोड़ से अधिक का फायदा होने वाला है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि राज्य को आगामी वित्तीय वर्ष में कर राजस्व के रूप में ₹25,000 करोड़ कमाने की उम्मीद है. "यह स्पष्ट रूप से बताता है कि अयोध्या इसमें सबसे महत्वपूर्ण कारक होगा क्योंकि पर्यटक और श्रद्धालु न केवल देश के भीतर से बल्कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों से भी शहर में आएंगे.
विदेशी स्टॉक मार्केट रिसर्च फर्म जेफरीज की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि श्रद्धालुओं की संख्या के मामले में अयोध्या वेटिकन सिटी और मक्का से भी आगे निकल जाएगी. रिपोर्ट के अनुसार, अयोध्या में सालाना लगभग पांच करोड़ भक्तों के आने की उम्मीद है, जिससे यह न केवल उत्तर प्रदेश के भीतर बल्कि पूरे देश में एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन जाएगा.
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और एक आधुनिक रेलवे स्टेशन, नए होटल और सड़क कनेक्टिविटी सहित अन्य विभिन्न सुविधाओं के साथ राम मंदिर के निर्माण के कारण सरयू नदी के किनारे स्थित अयोध्या शहर पर्यटन के लिए एक मुख्य स्थान बन रहा है. आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर हर साल 2.5 करोड़ भक्तों को आकर्षित करता है और 1,200 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करता है. वैष्णो देवी में सालाना 80 लाख लोग आते हैं और इससे सालाना 500 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होता है.
यूपी के आगरा में स्थित ताज महल 70 लाख आगंतुकों को आकर्षित करता है, जिससे ₹100 करोड़ का वार्षिक राजस्व प्राप्त होता है, जबकि आगरा किला में 30 लाख पर्यटक आते हैं, जो ₹27.5 करोड़ के वार्षिक राजस्व में योगदान देता है.
एक अन्य अनुमान के अनुसार, भगवान श्री राम के दर्शन के लिए प्रतिदिन एक लाख से अधिक भक्तों के अयोध्या आने की उम्मीद है. यह संख्या जल्द ही प्रति दिन तीन लाख भक्तों तक पहुंच सकती है. यदि ऐसा होता है, तो सालाना 10 करोड़ से अधिक भक्त अयोध्या आ सकते हैं. यदि प्रत्येक भक्त अपनी यात्रा के दौरान लगभग ₹2500 खर्च करता है, तो अकेले अयोध्या की स्थानीय अर्थव्यवस्था ₹25,000 करोड़ तक बढ़ जाएगी. First Updated : Wednesday, 24 January 2024