पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने भ्रामक विज्ञापन मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से एक दि पहले सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी है. माफीनामे में रामदेव और बालकृष्णन दोनों ने कहा कि वे आदेश का पूरी तरह से पालन करेंगे और न्याय की गरिया को बरकरार रखेंगे. पंतजलि ने भ्रामंक विज्ञापन को लेकर विस्तृत जवाब दाखिल किया है.
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामें में कहा है कि वह विज्ञापन पर रोक के आदेश के एक दिन बाद पीसी के लिए माफी मांगते हैं. इस हलफनामें में रामदेव और बालकृष्ण ने बिना शर्त मांफी मांगने की बात कही हैं. उन्होंने कोर्ट से कहा है कि वह अब कोई प्रेसवार्ता या सार्वजनिक बयान नहीं देंगे और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अक्षरश: पालन किया जाएगा.
कोर्ट ने पंतजलि से आधुनिक चिकित्सा को अपमानिक करके अपने आयुर्वेदिक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए भ्रामक विज्ञापनों को रोकने में उनकी विफलता के लिए माफी मांगने के लिए कहा था. आगे बताते चले की इंडियन एसोसिएशन ने पतंजलि और उसके सस्ंथापक पर आरोप लगाया था. First Updated : Tuesday, 09 April 2024