Ramesh Bidhuri: भाजपा एमपी ने BSP को विरोधी खेमे में धकेल दिया! कल राहुल गांधी ने दानिश अली से की थी मुलाकात
Ramesh Bidhuri Controversy: बसपा सांसद दानिश अली पर बीजेपी सांसद बिधूड़ी ने संसद में आपत्तिजनक टिप्पणी की. इस दौरान बीजेपी के दो बड़े नेता रविशंकर और डॉ हर्षवर्धन सिंह हंसते हुए नजर आए थे.
Ramesh Bidhuri Controversy: भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकतंत्र के मंदिर में बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली पर आपत्तिजनक टिप्प्णी की. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के दो बड़े नेता रविशंकर प्रसाद और डॉ हर्षवर्धन सिंह हंसते हुए नजर आए थे. विपक्ष के नेताओं ने रमेश बिधूड़ी की निंदा करते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. भाजपा सांसद बिधूड़ी की गालियों से दुखी दानिश ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की. उधर, बीजेपी ने अपने सांसद को नोटिस दिया है.
बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की टिप्पणियों ने पूरा सियासी समीकरण बदल दिया है. बिधूड़ी की दानिश पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद राजनीति तेज हो गई है. विपक्ष ने इस मुद्दे को उठाते हुए पीएम मोदी और बीजेपी पर निशाना साधा है. बीएसपी ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. बसपा I.N.D.I.A और NDA दोनों में से किसी का हिस्सा नहीं है. हालांकि, दानिश को कहे बिधूड़ी के अपशब्द बसपा को विपक्षी गठबंधन से जुड़ने के लिए बढ़ावा देंगे.
शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल दानिश से उनसे मिलने पहुंचे थे. चुनावी दौर में बीजेपी के लिए ये अच्छे संकेत नहीं है. जिस बसपा ने अब तक I.N.D.I.A से दूरी बनाई हुई थी, वहीं अब उसमें शामिल होने के लिए आगे बढ़ सकती है. आगमी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए ये अच्छी खबर नहीं है.
NDA बनाम I.N.D.I.A की लड़ाई में बसपा 'न्यूट्रल' बनी हुई थी. बीएसपी ने अब तक दोनों से दूरी बनाकर रखी हुई थी. अगर देखा जाए तो दानिश अली के खिलाफ बिधूड़ी के बयान ने एक झटके में सब चौपट कर दिया है. अब कांग्रेस जहां तक संभव होगा, वहां तक बसपा को I.N.D.I.A गठबंधन में धकेलने की कोशिश करेंगी.
प्रियंका गांधी और मायावती के बीच हुई थी मुलाकात
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस-बसपा के शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ था. लेकिन उस वक्त बातचीत अपने मुकाम पर नहीं पहुंच सकी थी. मगर तब से दोनों दलों के बीच बातचीत करने के दरवाजे खुले है. मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि पिछले महीने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और बसपा सुप्रीमो मायावती के बीच मुलाकात हुई थी.