Weather Update: देशभर में बारिश के चलते मैदान से लेकर पहाड़ तक मानसूनी बारिश और बाढ़ से हाहाकार मचा गया है. मानसूनी बारिश ने पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड से लेकर गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में तबाही मचाई है. पहाड़ी राज्यों में जगह-जगह भूस्खलन होने से सड़कों पर चलना काफी ज्यादा जोखिम भरा हो गया है. मौसम विभाग ने 11 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
दिल्ली एनसीआर में सावन आते ही भारी बारिश होने का अलर्ट जारी हो गया है. मंगलवार को भी दिल्ली व आस-पास के कुछ इलाकों में झमाझम बारिश हुई, जबकि कुछ इलाकों में बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चलीं. वहीं, बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव कुछ राज्यों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है, इनमें गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं.
हिमाचल प्रदेश में मौसम के ऑरेंज अलर्ट के बीच सोमवार रात को कांगड़ा, धर्मशाला, पालमपुर और धौला कुआं में भारी बारिश हुई. मंगलवार को ज्यादातर क्षेत्रों में हल्के बादल छाए रहे. राजधानी शिमला और धर्मशाला में बूंदाबांदी हुई. मैदानी जिलों में बारिश नहीं होने से मौसम में उमस बढ़ गई है. ऊना में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. प्रदेश में 25 सड़कें, 97 बिजली ट्रांसफार्मर और 13 पेयजल योजनाएं ठप हैं. मंडी जिले के कई क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित चल रहा है.
मौसम विभाग ने जिन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. जिसमें हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, ओडिशा व छत्तीसगढ़ शामिल हैं. इसके साथ ही हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी और राजस्थान में 26 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव मध्य प्रदेश से होते हुए गुजरात की ओर बढ़ रहा है. मौसम विभाग की ओर से राज्य के कुछ इलाकों में 26 जुलाई तक लगातार 4 दिनों तक भारी से अति वर्षा की भविष्यवाणी की गई है. कच्छ जिले के नखत्राणा तालुका में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. यहां सड़कों पर नदियों जैसे तेज बहाव से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
First Updated : Wednesday, 24 July 2024