India vs Bharat: आरजेडी नेता जगदानंद सिंह का विवादित बयान, कहा- तिलक लगा कर घूमने वालों ने भारत को कराया गुलाम

India vs Bharat: देश का नाम इंडिया और भारत को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच सियासी घमासान अपने चरम पर पर है. बीजेपी के ज्यादातर नेता और मंत्री इंडिया शब्द को गुलामी का प्रतीक बता रहे हैं.

Manoj Aarya
Edited By: Manoj Aarya

India vs Bharat: देश का नाम इंडिया और भारत को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच सियासी घमासान अपने चरम पर पर है. बीजेपी के ज्यादातर नेता और मंत्री इंडिया शब्द को गुलामी का प्रतीक बता रहे हैं. वहीं अब राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने देश को गुलाम बनाने का आरोप भाजपा पर लगाया है. बुधवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह कार्यक्रम के दौरान जगदानंद ने कहा कि टीका लगाकर घूमने वालों ने ही देश को गुलाम बनाया है.

संघ ने गरीबों को कूचला- जगदानंद सिंह

कार्यक्रम के दौरान भारत और इंडिया पर छिड़े विवाद पर जगदानंद सिंह ने कहा कि भारत को गुलाम किसने बनाया जानते हैं आप लोग. संघ ने गरीबों को कुचला, संघ ने जादू टोना करना सिखाए, टीका लगाकर घूमने वाले लोग भारत को गुलाम बनाया है. बीजेपी के जय श्री राम के मुद्दे पर भी जगदानंद सिंह ने हमला बोला और कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं से कहा कि महिलाएं आप जानती हो हमारे ग्रंथो में महिला का नाम पहले आता है, राम के पहले सीता है, विष्णु के पहले लक्ष्मी, ब्रह्मा के पहले सरस्वती और शिव के पहले शक्ति के प्रतिक मां पार्वती का नाम आता है. लेकिन बीजेपी के दंगाई लोग जय श्री राम कहकर भगवान के नाम पर राजनीति करते हैं.

जगदानंद के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता का पलटवार

आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि जगदानंद सिंह जी भारत को गुलाम बनाया था. वैसे टीका धारी लोग जो सत्ता के लिए, कुर्सी के लिए, पद के लिए , राज्य के लिए जमीर से लेकर  जागीर और धर्म अपना सबकुछ बेच दिया.

'ऐसे लोगों से देश को सावधान रहना होगा'

बीजेपी प्रवक्ता ने लालू प्रसाद यादव पर और नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग पुत्र को मुख्यमंत्री बनने के लिए, कुछ लोग प्रधानमंत्री बनने के लिए नकली जनेऊ, नकली बाइबल पढ़ रहे है. ऐसे लोगों से देश को सावधान रहना होगा और पुत्र के लिए सत्ता के लिए जो अपने धर्म का नहीं हो सका वह इस देश और इस देश के की जनता का और इस संविधान का वह क्या हो सकता है. वह सबको बेच सकता है और जो इस तरह का प्रवचन कर रहे हैं वह सब कुछ बेच चुके हैं.

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07 September 2023, 10:08 PM IST

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