रॉबर्ट वाड्रा ने पीएम मोदी के 'दामाद' बयान पर दी कड़ी प्रतिक्रिया, कहा घटिया
Robert Vadra Strong Reply: पीएम मोदी ने हरियाणा में कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए रॉबर्ट वाड्रा का नाम लिया. जिसपर वाड्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि मोदी की बातें घटिया हैं और एक प्रधानमंत्री को ऐसा नहीं कहना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है. क्या हरियाणा के लोग बदलाव चाहेंगे? पूरी खबर पढ़ें!
Robert Vadra Strong Reply: हरियाणा के सोनीपत में एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. मोदी के इस बयान पर कांग्रेस नेता रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री के शब्दों को घटिया बताया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'दस साल पहले जब कांग्रेस की सरकार थी तब किसानों की जमीनें लूट ली गई थीं. कांग्रेस ने हरियाणा को दलालों और दामादों के हवाले कर दिया.' उनके इस बयान के बाद वाड्रा ने कहा कि यह ठीक नहीं है कि एक प्रधानमंत्री ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा, 'उन्हें 1.4 अरब लोगों के प्रधानमंत्री के रूप में बेहतर भाषा का प्रयोग करना चाहिए.'
वाड्रा का जवाब
वाड्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी व्यापारिक गतिविधियों में सरकार ने कभी भी कुछ गलत नहीं पाया. उन्होंने कहा, 'मैं हैरान हूं कि प्रधानमंत्री ने एक बार फिर मेरे नाम का इस्तेमाल किया है. उनकी सरकार के पास हरियाणा और केंद्र में अधिकार हैं और पिछले एक दशक में उन्होंने कई आयोग गठित किए हैं.' वाड्रा का यह भी कहना था कि सरकार ने उन्हें घेरने के लिए हर संभव प्रयास किए, लेकिन उनकी कंपनियों के खिलाफ कुछ भी साबित नहीं हुआ. 'मेरी कंपनियों के कामकाज में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है,' उन्होंने कहा.
राजनीतिक खेल का आरोप
वाड्रा ने आरोप लगाया कि मोदी हरियाणा की सरकार की विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए उनका नाम ले रहे हैं. 'हरियाणा के लोग इस सरकार से खुश नहीं हैं और यही वजह है कि कांग्रेस विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करेगी,' उन्होंने आश्वासन दिया. हरियाणा में मतदान 5 अक्टूबर को होगा और नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. वाड्रा ने उम्मीद जताई कि लोग बदलाव चाहते हैं और कांग्रेस चुनाव में जीत हासिल करेगी. इस तरह से वाड्रा ने मोदी के बयान का प्रतिवाद करते हुए कहा कि यह सिर्फ राजनीति का हिस्सा है जबकि वास्तविक मुद्दे और भी हैं जिन पर सरकार को ध्यान देना चाहिए.