S Jaishankar: कठिन दौर में भारत-चीन के संबंध, जयशंकर बोले-सीमा पर स्थिति असामान्य
India-China relations: एस जयशंकर ने कहा कि एक-दूसरे के हितों का सम्मान और समझौतों का पालन किया जाना चाहिए। लेकिन चीन के साथ ऐसा नहीं है।
India-China relations: विदेश मंत्री एस जयशंकर का चीन के साथ संबंधों पर बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के हितों का सम्मान और समझौतों का पालन किया जाना चाहिए। लेकिन चीन के साथ ऐसा नहीं है। आज हम चीन के साथ संबंधों के कठिन दौर में हैं। जयशंकर ने पाकिस्तान के बारे में कहा कि हम आतंकवाद को सामान्य नहीं होने दे सकते है।
बुधवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कि आज की दुनिया एक बहुत ही ध्रुवीकृत दुनिया है और वैश्विक मंच बहुत अधिक चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की पिछली अमेरिका यात्रा इतिहास की सबसे उपयोगी यात्रा रही है।
चीन के साथ संबंधों पर एस जयशंकर ने कहा कि कोई भी संबंध उच्च स्तर की पारस्परिकता पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के हितों का सम्मान और समझौतों का पालन किया जाना चाहिए। लेकिन चीन के साथ ऐसा नहीं है, आज हम चीन के साथ संबंधों के कठिन दौर में हैं। देशों के बीच संबंध बॉर्डर की स्थिति का निर्भर करते हैं और चीन के साथ बॉर्डर की स्थिति आज भी असामान्य है।
पाकिस्तान के बारे में बोलते हुए एस जयशंकर ने कहा कि हम आतंकवाद को सामान्य नहीं होने दे सकते, हम उसे पाकिस्तान के साथ चर्चा का आधार नहीं बनने दे सकते। पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से आतंकवाद की नीति के रहते हुए सामान्य संबंध होना संभव नहीं है।