जयशंकर ने यूक्रेनी विदेश मंत्री से की मुलाकात, रूस-यूक्रेन युद्धविराम पर की चर्चा
विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके यूक्रेनी समकक्ष आंद्रेई सिबिहा ने मंगलवार को द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों में नवीनतम घटनाक्रम पर चर्चा की. जयशंकर और आंद्रेई सिबिहा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच संघर्ष विराम पर चर्चा के लिए होने वाली महत्वपूर्ण फोन कॉल से कुछ घंटे पहले मुलाकात की.

S Jaishankar meets Ukrainian Foreign Minister: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और यूक्रेन के उनके समकक्ष आंद्रेई सिबिहा ने मंगलवार को द्विपक्षीय संबंधों और रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों पर चर्चा की. यह मुलाकात रायसीना डायलॉग के दौरान हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने मुंबई में यूक्रेन के नए वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन भी किया. इस दौरान दोनों ने संघर्ष विराम की दिशा में किए जा रहे प्रयासों और शांति वार्ता के बारे में अपने विचार साझा किए.
जयशंकर ने सोशल मीडिया पर बताया कि सिबिहा ने उन्हें शांति वार्ता के बारे में जानकारी दी, जिसके लिए उन्होंने उनकी सराहना की. उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई में नए वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन और अधिकारियों के लिए वीजा मुक्त यात्रा पर समझौते पर हस्ताक्षर, भारत और यूक्रेन के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेंगे.
सिबिहा ने रूस-यूक्रेन जंग पर की बात
सिबिहा ने भी इस मुलाकात के दौरान शांति के रास्ते पर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने यूक्रेन के नए वाणिज्य दूतावास के उद्घाटन को युद्ध के बावजूद भारत में अपनी राजनयिक उपस्थिति बढ़ाने की पहल के रूप में बताया. उन्होंने कहा कि यह कदम द्विपक्षीय व्यापार और सहयोग को बढ़ावा देने की इच्छा को दर्शाता है.
सिबिहा ने भारत की तकनीकी प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि युद्ध के कारण यूक्रेन में हुए नवाचार और तकनीकी विकास के साथ, दोनों देशों के बीच तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में संभावनाएँ हैं. इसके अलावा, उन्होंने रायसीना डायलॉग में रूस-यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा की और जयशंकर से भू-राजनीति पर विचार-विमर्श किया.
विदेश मंत्री ने इन लोगों से की मुलाकात
जयशंकर ने नेपाल के विदेश मंत्री आरज़ू देउबा, मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील, ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोनाथन पॉवेल, और कई अन्य देशों के मंत्रियों से भी मुलाकात की. इन बैठकों में द्विपक्षीय सहयोग, सुरक्षा मुद्दे, और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी पर चर्चा की गई. खासकर थाईलैंड के विदेश मंत्री के साथ डिजिटल तकनीक, खाद्य सुरक्षा, और आगामी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन पर विस्तृत बातचीत हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाग लेंगे.