Congress Leader Sachin Pilot: पिछले साल के आखिरी में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि अगर थोड़ा और प्रयास किया गया होता तो उनकी पार्टी राज्य के विधानसभा चुनावों में जीत सकती थी. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके बीच जारी मतभेद को लेकर उन्होंने यह भी कहा कि हमारे बीच जो भी मतभेद थे वो अब दूर हो गए हैं और इस रिश्ते का चुनाव नतीजों पर असर नहीं पड़ा. एक कार्यक्रम के दौरान सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान में अच्छी लड़ाई लड़ी, हालांकि इस बात का अफसोस है कि पार्टी जीत नहीं सकी.
राजस्थान विधानसभा चुनाव पर बात करते हुए सचिन पायलय ने कहा, ‘‘मुझे लगा कि राजस्थान में हमारे पास बहुत अच्छा मौका था. हमने बहुत प्रयास किया. लेकिन अगर हमने थोड़ा और प्रयास किया होता, जैसे टिकट बदलना... 25 मौजूदा मंत्रियों में से 17-18 चुनाव हार गए. अगर हमने दूसरे उम्मीदवारों को चुना होता, तो शायद नतीजा कुछ और ही होता.''
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत के अगले चुनाव के लिए कांग्रेस के चेहरे के तौर पर बदलने के सवाल पर सचिन पायलयट ने कहा कि ‘अगला चुनाव पांच साल दूर है. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी शायद अपने कार्यकर्ताओं का खयाल रखने में विफल रही है. ‘‘मुझे लगा कि हमें कुछ सुधार की जरूरत है. अगर हमने विपक्ष में रहते हुए किसी मुद्दे पर कोई रुख अपनाया है, तो क्या मैं जीतने के बाद इसे बदल सकता हूं? हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं ने पांच साल तक कड़ी मेहनत की, जिससे पार्टी को जीत मिली. यह एक कार्यकर्ता की ऊर्जा है, जो पार्टी को जीत दिलाती है.''
कांग्रेस नेताओं के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि धर्म और धर्म का पालन करना व्यक्तिगत पसंद है. उन्होंने आगे कहा कि यह एक धार्मिक देश है. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने पर गर्व होना चाहिए. लेकिन इससे राजनीतिक लाभ लेना गलत है. राजनीति को धर्म से अलग होना चाहिए.'
पायलट ने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद राम मंदिर का निर्माण हुआ. हर कोई खुश है कि राम मंदिर बन गया... लेकिन लोगों को कौन आमंत्रित करेगा, कितने लोगों को आमंत्रित किया जाएगा, यह कौन तय करता है? क्या हम राम भक्त नहीं हैं? मुझे तो निमंत्रण नहीं मिला.'' कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘मैं जैसे चाहूं और जब चाहूं पूजा कर सकता हूं. आप इसे अनिवार्य नहीं कर सकते. यह एक व्यक्तिगत निर्णय है... राम हर जगह हैं.'' First Updated : Tuesday, 06 February 2024