Sachin Pilot: 'कोई कभी भी मंदिर जा सकता है लेकिन', प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण पर बवाल के बीच बोले सचिन पायलट
Sachin Pilot: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि "राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए. अगर धर्म के आड़ में राजनीति हो रही है तो उसे कोई स्वीकार नहीं करेगा.
हाइलाइट
- प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से कांग्रेस ने इंकार कर दिया है.
- कांग्रेस के इस फैसले के बाद से देश में राजनीतिक घमासान मचा है.
- कांग्रेस ने राम मंदिर के जरिए बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप लगाया है.
Sachin Pilot On Ram Manir Inauguration: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला का भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होने जा रहा है. इस खास अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट द्वारा इस समारोह में शामिल होने के लिए लोगों को न्योता भेजा जा रहा है. इस बीच कांग्रेस ने राम मंदिर उद्घाटन का न्योता ठुकाराते हुए भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से इंकार कर दिया है. कांग्रेस के इस फैसले के बाद से ही देश में राजनीतिक बहस छीड़ चुका है. अब कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने इस मामले में एक ताजा बयान देते हुए भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा है.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि "राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए. अगर धर्म के आड़ में राजनीति हो रही है तो उसे कोई स्वीकार नहीं करेगा.
'हर व्यक्ति की आस्था होती है'
कांग्रेस द्वारा राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, "निमंत्रण देने वाली संस्था ने सिर्फ 3 लोगों को निमंत्रण दिया था और AICC के बयान से स्पष्ट है कि धर्म के नाम पर इस मुद्दे का अगर राजनीतिकरण किया जा रहा है तो हम उसके पक्ष में नहीं है. हर व्यक्ति की आस्था होती है तो कोई भी, कहीं भी, कभी भी जा सकता है. इस मुद्दे का राजनीतिक लाभ लेने को हम गलत मानते हैं."
#WATCH रायपुर: कांग्रेस द्वारा राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, "निमंत्रण देने वाली संस्था ने सिर्फ 3 लोगों को निमंत्रण दिया था और AICC के बयान से स्पष्ट है कि धर्म के नाम पर इस मुद्दे का
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 11, 2024
अगर राजनीतिकरण किया जा रहा है… pic.twitter.com/T6aaFovyJp
'भावनात्मक मुद्दों के आड़ में वोट लेना भाजपा की परंपरा'
सचिन पायलट ने आगे कह कि हम जनता के मुद्दों, विकास, शिक्षा, रोजगार पर चर्चा करना चाहते हैं लेकिन भाजपा इसपर चर्चा के लिए तैयार नहीं है. भावनात्मक मुद्दों के आड़ में वोट लेना भाजपा की परंपरा रही है. कोई कभी भी मंदिर जा सकता है लेकिन इस तरह का जो राजनीतिकरण हो रहा है उसे कांग्रेस पार्टी ने गलत माना है."